निष्क्रिय आशाओं व एनम को चिन्हित कर उनके स्थान पर नयी तैनाती की जाय- डीएम

अमेठी ।। जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा की अध्यक्षता में  देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि गर्भवती महिलाओं का प्रसव प्राइवेट अस्पतालों में न कराया जाये बल्कि सरकारी अस्पतालों में इनका प्रसव कराया जायें। उन्होने कहा कि सरकारी अस्पतालों में प्रसव कराने हेतु आशा, एनम और आंगनबाड़ी कार्यकत्री गर्भवती महिलाओं को प्रेरित करें और सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के विषय में उनको जानकारी उपलब्ध कराये।  इस सम्बन्ध में जिन आशा, एनम एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा लापरवाही बरती जा रही हो उनके खिलाफ चेतावनी जारी की जाये। उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि प्रत्येक ब्लाकों में ऐसी आशायें चिन्हित की जाये जो बिल्कुल कार्य नही कर रही है उनको हटा करकें उनके स्थान पर नई आशा एवं एनम की तैनाती की जाये।


  • जिला स्वास्थ्य समिति की जिलाधिकारी ने की समीक्षा एवं दिये आवश्यक दिशा निर्देश 
  • सभी चिकित्सक अपने तैनाती स्थल पर करे निवास.......डीएम।

  • स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के दिए निर्देश

  • निष्क्रिय आशाओं व एनम को चिन्हित कर उनके स्थान पर नयी तैनाती की जाय- डीएम


उन्होने कहा कि प्रत्येक स्वास्थ्य और आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं के लिये प्रसव पूर्व टीकाकरण, खून की जांच, रक्तचाप तथा गर्भ के दौरान बरती जाने वाले सावधानियों एवं खान-पान आदि से सम्बन्धित आवश्यक जानकारियों पर आधारित सूचना अंकित की जाये। जिलाधिकारी ने समीक्षा बैठक में कहा कि जननी सुरक्षा योजना का संचालन पूर्ण गुणवत्ता और मानक के अनुरूप करें एवं प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर विश्वसनीयता को बढ़ाया जाये। नवजात शिशु टीकाकरण किसी भी चिकित्साधिकारी के क्षेत्र में 75 प्रतिशत से कम हुआ तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाये। उन्होने सी0एम0ओ0 को यह भी निर्देश दिये कि आशा, एनम और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की बैठक संयुक्त रूप से आयोजित करें। घर-घर सर्वे के आधार पर बच्चों की सूची तैयार करें इस सूची के आधार पर नवजात शिशुओं का टीकाकरण कराये। उन्होने कहा कि जिन आशाओं के मानदेय का भुगतान समय से नही किया जाता हो उनका भुगतान समय सीमा के अन्तर्गत ही कर दिया जाये।बैठक  के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि आशा रिपोर्टिंग में ब्लॉक फुरसतगंज, जामो व भेटुआ सबसे पीछे हैं जिस पर उन्होंने संबंधित एमओआईसी को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने सभी चिकित्सकों को उनके तैनाती स्थल पर ही निवास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सक मरीजों से शालीनता से पेश आएं। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी सीएससी/पीएससी व जिला अस्पताल में दवाओं की उपलब्धता, मरीजों के बैठने के लिए कुर्सी, शौचालय, पीने हेतु पानी, सफाई, बिजली व पंखा आदि सभी मूलभूत व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश सीएमओ को दिए। जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू व मलेरिया के बचाव हेतु निरंतर छिड़काव व फागिंग कराने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.एम श्रीवास्तव सहित सभी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व एमओआईसी मौजूद रहे।

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