विद्यालय के कमरों की स्थिति जर्जर व समुचित व्यवस्था की अभाव

ग्रामीणों सहित प्रधानाध्यापक व जनप्रतिनिधियों का आरोप अधिकारियों द्वारा किया जा रहा देश के भविष्य से खिलवाड़

कैमूर--  जिला के कुदरा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत भदौला पंचायत के भदौला गांव स्थित उत्क्रमित माध्यमिक उच्च विद्यालय परिसर में कमरों की स्थिति जर्जर व कमरों की समुचित व्यवस्था नहीं। आपको बताते चलें की भदौला राजकीय कृत उत्क्रमित माध्यमिक उच्च विद्यालय में प्रथम वर्ग से बारहवीं तक की पढ़ाई होती है, जिसमें हजारों की संख्या में छात्र व छात्राओं का नामांकन हुआ है, अध्यापकों की भी संख्या उचित है। पर कमरों की संख्या मात्र 7 ही है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक वीरेंद्र कुमार पाल

के द्वारा बताया गया कि यहां भवन का अभाव है बार-बार आवेदन दिया जाता है, पर अभी तक किसी अधिकारी के द्वारा समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि 10 फरवरी 2022 को भवन की निर्माण हेतु मांग पत्र प्रखंड विकास पदाधिकारी कुदरा को सौंपा गया था जिनके द्वारा समस्याओं को ध्यान में रखते हुए भवन निर्माण हेतु भुमी सुरक्षित करने के लिए मोहनियां उपसमाहर्ता को अग्रेषित किया गया था। विद्यालय की भूमि सिमांकन हेतु मोहनियां उपसमाहर्ता के द्वारा अंचल पदाधिकारी कुदरा को निर्देशित किया गया था।


संदर्भ में अंचल पदाधिकारी के द्वारा भी राजस्व कर्मचारी से जांच करा अतिक्रमण मुक्ति हेतु आश्वस्त किया गया था, पर इतने समय बीतने के बावजूद भी आज तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुआ, जिस वजह से हम सभी को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। विद्यालय के अध्यापक मनोरंजन चौबे


के द्वारा बताया गया कि विद्यालय में 1 से 12वीं तक कक्षा चलती है जिसमें लगभग 800 से 900 तक बच्चे अध्ययन के लिए आते हैं,


भवन के नाम पर दो भवन है जिसमें वर्ग कक्ष सिर्फ पांच ही है एक में कार्यालय चलता है,तो एक कमरे की स्थिति बहुत ही जर्जर है। बच्चे जब एक साथ होते हैं तो शिक्षकों को बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, बच्चों के अध्ययन पर भी जिसका असर पड़ता है। गांव में ही विद्यालय का भूमि पर्याप्त हैं जिसे कुछ लोगों के द्वारा अतिक्रमण किया गया है,जिस संदर्भ में अधिकारियों से गुहार लगाया जा चुका है। पर उनके द्वारा कोई निदान नहीं किया गया। पंचायत के सरपंच दिलीप कुमार सिंह के


द्वारा बताया गया कि विद्यार्थियों की संख्या अधिक है पर वर्ग कक्ष के लिए कमरों की संख्या ना के बराबर है। ऐसा नहीं है की विद्यालय के लिए भूमि नहीं है पर कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण किया गया है, जिसे अतिक्रमण मुक्त करा भवन निर्माण के संदर्भ में अधिकारियों से गुहार लगाया जा चुका है। यहां तक की अंचल पदाधिकारी द्वारा एक वर्ष पहले ही राजस्व कर्मचारी से जांच रिपोर्ट मांगा गया पर अभी तक कुछ भी विश्वास जनक जवाब नहीं मिला। 


क्या कहती हैं अंचल पदाधिकारी 


जब इस संदर्भ में दूरभाष के माध्यम से अंचल पदाधिकारी अंकिता कुमारी से जानकारी लिया गया तो उनके द्वारा बताया गया कि राजस्व कर्मी द्वारा जांच रिपोर्ट सौंपा जा चुका है, जल्द ही भूमि का सीमांकन कराते हुए भूमि को अतिक्रमण मुक्त करा विद्यालय की भवन के निर्माण हेतु सूनिश्चित किया जाएगा।

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