भिवंडी महानगरपालिका द्वारा अतिक्रमण विरोधी विशेष अभियान, अवैध इमारतों पर उठे सवाल

भिवंडी।  भिवंडी निजामपूर शहर महानगरपालिका की ओर से शहर के पाँचों प्रभाग समितियों के अंतर्गत सार्वजनिक सड़कों और फुटपाथों से अतिक्रमण हटाने हेतु एक विशेष अभियान चलाया गया। आयुक्त, प्रशासक, अतिरिक्त आयुक्त तथा उप-आयुक्त के निर्देशानुसार यह कार्रवाई प्रभाग समितियों और अतिक्रमण विरोधी दस्तों के संयुक्त प्रयासों से की गई। इस विशेष कार्रवाई के दौरान धामणकर नाका मुख्य मार्ग, बी.एन.एन कॉलेज रोड, पदमानगर वॉटर सप्लाय रोड, कामतघर, गणेशनगर, अंजूरफाटा, रेलवे स्टेशन रोड, आसबीबी रोड, खड़ी मशीन रोड, राजीव गांधी नगर, आशिर्वाद नगर, तीनबत्ती और अशोक नगर सहित कई क्षेत्रों से अतिक्रमण हटाया गया।कार्रवाई के अंतर्गत दर्जनों हाथगाड़ियाँ, छप्परयुक्त ठेले, अवैध विज्ञापन बोर्ड, प्लास्टिक टंकियाँ, कपड़े की छतरियाँ, कैरेट्स, लोहे की टेबलें और पान की दुकानें जब्त कर मनपा के कोंनवाडा स्थित गोदाम में जमा की गईं। साथ ही व्यवसायियों और दुकानदारों को मुनादी के माध्यम से यह सूचित किया गया कि वे फुटपाथों और सड़कों पर दोबारा अतिक्रमण न करें, अन्यथा कठोर कार्रवाई की जाएगी।

हालांकि, जहां एक ओर सड़क किनारे अतिक्रमण हटाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर शहर में अवैध रूप से निर्माणाधीन गगनचुंबी इमारतों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सात-सात मंजिल तक निर्माण कार्य पूरा होने के बावजूद न तो डीपीएल पूरा किया जाता है, न ही पालिका की ओर से कोई ठोस कार्रवाई की जा रही है। इससे पालिका के संबंधित विभागों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे है।स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि भूमाफिया को मनपा के कुछ विभागों का संरक्षण प्राप्त है, जिसके कारण अवैध निर्माण कार्य धड़ल्ले से जारी है और नियमों की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। मनपा प्रशासन यदि इसी प्रकार दोहरा मापदंड अपनाता रहा, तो शहर की नियोजन व्यवस्था और कानून का सम्मान दोनों ही खतरे में पड़ सकते हैं।

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