
भिवंडी में महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल का बड़ा भ्रष्टाचार उजागर
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Feb 26, 2025
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SRO सौजन्य पाटिल पर करोड़ों की हफ्ता वसूली के गंभीर आरोप
भिवंडी। महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल (MPCB) में भ्रष्टाचार का बड़ा खुलासा हुआ है। भिवंडी के डाइंग और साइजिंग उद्योगपतियों से जबरन करोड़ों रुपये की वसूली का आरोप मंडल की सब-रीजनल ऑफिसर (SRO) सौजन्य पाटिल पर लगा है। शिकायतों के अनुसार, पाटिल कुछ RTI कार्यकर्ताओं की मिलीभगत से कारोबारियों पर दबाव बनाकर अवैध वसूली कर रही हैं।
सूत्रों के मुताबिक, जो कारोबारी उनकी मांग पूरी नहीं करते, उनके खिलाफ RTI के माध्यम से शिकायतें दर्ज करवाई जाती हैं, जिसके बाद संबंधित विभाग से उनकी यूनिट बंद करवा दी जाती है। बाद में, इन्हीं उद्योगपतियों से निजी कंसल्टेंट्स के जरिए मोटी रकम लेकर फैक्ट्री दोबारा शुरू करवाने की साजिश रची जाती है। डाइंग और साइजिंग कारोबारियों का आरोप है कि यह खेल कई महीनों से चल रहा है, और अब स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि कई उद्योगपति भिवंडी से अपना कारोबार समेटने पर मजबूर हो गए हैं।
भिवंडी का डाइंग और साइजिंग उद्योग कपड़ा उद्योग की रीढ़ माना जाता है, जिससे हजारों मजदूरों की रोजी-रोटी चलती है। लेकिन अधिकारियों की अवैध वसूली और भ्रष्टाचार के कारण यह उद्योग संकट में आ गया है। कई छोटे और मध्यम वर्गीय कारोबारी अब अपनी यूनिट बंद करने पर मजबूर हैं।
विधायक महेश चौगुले ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग ::::
डाइंग और साइजिंग यूनिट संचालकों की लगातार मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए विधायक महेश चौगुले ने SRO सौजन्य पाटिल को निलंबित करने और उनके खिलाफ उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के माध्यम से इस पूरे भ्रष्टाचार की विस्तृत जांच होनी चाहिए, ताकि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो सके।
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