
फर्नीचर के नाम पर पालिका का लाखों रूपये का घोटाला, 12 महीने लगातार चलता रहता है काम
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Oct 28, 2023
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प्रभाग समितियों व पुराने इमारत के क्लर्क कुर्सियों को जंजीरों से बांधकर रखने के लिए मजबूर
भिवंडी।। भिवंडी महानगर पालिका का अजीबोगरीब कारनामा उजागर हुआ है। मुख्यालय की मुख्य इमारत में कई वर्षों से निरंतर फर्नीचर बनाने का कार्य चलता रहता है। फर्नीचर बनाने व कार्यालय में तोड़ फोड़ कर नया आधुनिक कार्यालय व फर्नीचर बनाने, आलमारी बनाने, कार्यालय को दो भागों में बंटवारा करने के नाम पर पालिका प्रशासन प्रत्येक वर्ष करोड़ों रूपये खर्च कर रही है। इस कार्य में भारी भष्ट्राचार होने से इनकार नही किया सकता है। वही पर प्रभाग समिति कार्यालयों से लेकर पुरानी इमारत, सफाई केबिनों में कर्मचारियों को बैठने के लिए कुर्सी अथवा टेबल तक नहीं है। हालांकि पालिका के नवीन इमारत में दो वर्ष पूर्व बनाई गई अधिकांश आलमारियां टूट कर भंगार हो चुकी है। यही नहीं इस इमारत के कई विभागीय कार्यालयों के नूतनीकरण के नाम पर पानी की तरह पैसे खर्च किये गये। किन्तु कर्मचारी के कमी का दंश झेल रही भिवंडी महानगर पालिका के पास ऐसे आधुनिक कार्यालयों में बैठने वाले अधिकारी अथवा कर्मचारी नहीं है। यहा एक कर्मचारी दो से चार विभागों को अकेले ही संभाल लेता है। जिसके कारण ऐसे आधुनिक कार्यालयों से कर्मचारी अधिकारी नदारद रहते है।
गौरतलब हो कि भिवंडी निजामपुर शहर महानगर पालिका के नवीन प्रशासकीय मुख्यालय की इमारत का निर्माण उल्लासनगर की मैसर्स कोणार्क इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड कंपनी ने किया था और 19 मई 2013 को तत्कालीन केन्द्रीय कृषि मंत्री शरद पवार तथा राज्य के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने तत्कालीन भिवंडी महानगर के महापौर सौ. प्रतिभा विलास पाटिल एवं आयुक्त अच्युत ज्ञानोबा हांगे के सुपुर्द किया और इस नवीन इमारत का उद्घाटन किया। इसके बाद से पुरानी इमारत के अधिकांश विभाग इस नवीन इमारत में शिफ्ट हो चुके है। परन्तु 2013 से लेकर वर्ष 2023 के इन दस वर्षों में फर्नीचर बनाने, कार्यालय आधुनिक करण के नाम पर करोड़ों रुपये पानी के तहत खर्च किये गये। जिसका लेखा जोखा उपलब्ध नहीं है।
प्रभाग समितियों सहित पुरानी इमारत में कर्मचारियों को बैठने के लिए कुर्सी तक नसीब नही होती है। महत्वपूर्ण दस्तावेज रखने के लिए टूटी फूटी आलमारियां है। लोहे के एंगल ठोक कर महत्वपूर्ण दस्तावेज रखे जाते है। छतों से पानी टपकता है। बारिश में अधिकांश दस्तावेज पानी में भीग जाते है। वसूली क्लर्कों को अपनी कुर्सी को जंजीरों में बांधकर रखनी पड़ती है। प्रभाग समिति 01 तथा प्रभाग समिति 03 के एरिया वसूली क्लकों को लकड़ी की बेंच पर बैठ कर काम करना पड़ता है। पालिका मुख्यालय में 12 महीने तक लगातार फर्नीचर बनाने व तोड़ने का काम शुरू रहता है। कड़ी धूप, बारिश, तपन में हाउस टैक्स व पानी टैक्स वसूल करने वाले कर्मचारियों को आखिरकार पालिका प्रशासन को कब याद आऐगी। इस प्रकार का सवाल दक्ष नागरिकों ने उठाया है।
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