भिवंडी पालिका आयुक्त अजय वैद्य का तानाशाही फैसला, चलती स्कूल को कराया बंद -- आम आदमी पार्टी

भिवंडी।। शहर के आसबीबी इलाके में स्थित पालिका स्कूल नंबर 65 में सुविधाएं नहीं होने से पालिका प्रशासन ने इसे बंद करने का निर्णय लिया है। गत माह आयुक्त अजय वैद्य के इस निर्णय के विरोध में अभिभावको, विद्यार्थियों और स्थानीय निवासियों ने पालिका मुख्यालय का घेराव किया और उसी जगह पर स्कूल शुरू करने की मांग की थी। आयुक्त के आश्वासन के बाद यह आन्दोलन का समाप्त किया गया था। किन्तु लगभग एक महीने बीत जाने के बाद इस स्कूल को पालिका प्रशासन द्वारा शुरू नहीं कराया गया। जिसे देखते हुए आज अभिभावकों ने स्कूल का ताला तोड़ कर पुनः स्कूल शुरू कर दिया है। आम आदमी पार्टी के भिवंडी शहर अध्यक्ष मसीह इक़बाल ने आरोप लगाया है कि पालिका आयुक्त अजय वैद्य तानाशाह है। इनके तानाशाही के कारण चलती स्कूल को बंद करा दिया गया‌ और स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थियों को स्कूल नंबर 73 में शिक्षा पूरी करने के लिए फरमान जारी किया है। यही नहीं इस स्कूल के हेड मास्टर तथा दो अध्यापकों को भी स्कूल नंबर 73 में ट्रांसफर कर दिया गया है। 

आसबीबी परिसर में स्थित 63 नंबर स्कूल से स्कूल नंबर 73 की दूरी होने के कारण छोटे छोटे बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे थे। जिसके कारण बच्चे स्कूल जाना बंद कर दिया है।  इस समस्या को देखते हुए भिवंडी आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी व अभिभावकों ने स्कूल का ताला तोड़ कर बच्चों को स्कूल में प्रवेश कराया और बच्चों के पढ़ने के लिए आम आदमी पार्टी के शहर अध्यक्ष इक़बाल मसीह ने अध्यापकों की व्यवस्था की है। इसके साथ उन्होंने कहा कि भिवंडी पालिका प्रशासन ने पिछले 15 सालों में एक भी नया स्कूल नहीं बनाया‌ है बल्कि इसके विपरीत लगभग एक दर्जन स्कूलों को बंद कर दिया है। इसके साथ उन्होंने कहा कि बिल्डर लाॅबी को फायदा पहुँचाने के लिए नये डीपी प्लान लाया गया है। 

आसबीबी इलाके में पालिका स्कूल नंबर 65 में कक्षा 1 से 4 तक कुल 60 छात्र पढ़ते है। राज्य मानवाधिकार आयोग ने छात्रों के लिए पीने के लिए पानी व शौचालय का अभाव होने की शिकायतों के बाद स्कूल को बंद करने का आदेश जारी किया था। इसके बाद तत्कालीन कमिश्नर ने एक अस्थायी शौचालय की व्यवस्था की और स्कूल को उसी जगह पर चालू रखा था। किन्तु पालिका आयुक्त अजय वैद्य ने इस स्कूल को बंद करने का निर्णय लिया है और स्कूल में पढ़ने वाले सभी विद्यार्थियों को एक किलोमीटर दूर रावजीनगर स्कूल क्रमांक 73 में व्यवस्था की गई । चूंकि बच्चों को सड़क पार करने से दुर्घटनाएं होने की आशंका रहती है, इसलिए स्कूल के छात्रों और अभिभावकों ने इस फैसले का विरोध जताया और स्कूल का ताला तोड़ कर बच्चों को प्रवेश कराके स्कूल शुरू किया है।

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