
पालिका के प्रभारी सहायक आयुक्त सुदाम जाधव को तीन विभागों की जिम्मेदारी
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Oct 25, 2023
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रखना पड़ा तीन से चार निजी सहायक कर्मचारी
भिवंडी।। भिवंडी महानगर पालिका प्रशासक एवं आयुक्त अजय वैद्य के बहुत करीबी माने जाने वाले जकात निरीक्षक से बने प्रभारी सहायक आयुक्त सुदाम जाधव के पास तीन तीन विभागों का प्रभारी चार्ज होने के कारण उन्हें अपने खर्चे से तीन से चार लोगों को निजी सहायक के रूप में रखना पड़ रहा है। इन निजी कर्मचारियों के आदेशानुसार ही आप इनसे मुलाकात कर सकते है कोई इनकी सुरक्षा में लगा है तो कोई ड्राइवर के रूप में कार्य कर रहा है तो कोई इनकी वसूली कार्य में व्यस्त है। भिवंडी पालिका के सबसे व्यस्त प्रभारी सहायक आयुक्त सुदाम जाधव जिलानी बिल्डिंग हादसे के मुख्य आरोपी भी है। जिसके कारण इन्हें लगभग तीन महिने तक जेल की हवा भी खानी पड़ी थी। यही नहीं कई बार निलंबित भी हो चुके है। परन्तु कुछ नेताओं के खास माने जाते है। वही पर जब से भिवंडी पालिका के आयुक्त पद पर अजय वैद्य की नियुक्ति हुई है तब से इन पर आयुक्त भी मेहरबान है। जिसके कारण इन्हें प्रभाग समिति - 1 के प्रभारी सहायक आयुक्त, सुरक्षा व क्रीड़ा विभाग प्रमुख तथा कर मूल्यांकन व कर निर्धारण विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभागों का प्रभारी सहायक आयुक्त व विभाग प्रमुख बना दिया है।
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पालिका की सुरक्षा विभाग प्रमुख सुदाम जाधव के पास पालिका की सुरक्षा विभाग की जिम्मेदारी है। किन्तु आश्चर्य की बात है कि पालिका मुख्यालय के सुरक्षा हेतु लगाऐ अधिकांश सीसीटीवी कैमरे बंद है अथवा खराब हो चुके है। क्रीड़ा विभाग की लापरवाही के कारण धोबी तालाब में बना स्व.परशुराम क्रीड़ा स्थल से लेकर तमाम खेल मैदान अपनी विवास्था पर आंसू बहा रहे है। पालिका स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए खेल की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है।
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प्रभाग समिति क्रमांक एक अंर्तगत लगभग एक दर्जन से अधिक अवैध इमारतों का बांधकाम शुरू है। इन इमारतों पर ना तो डीपीएल पूरा किया जा रहा है और ना ही जमीन मालिकों व बिल्डरों पर स्थानीय पुलिस थानों में एफ आई आर। जिसके कारण क्षेत्रों में कई मंजिली अवैध इमारतों का बांधकाम शुरू है। वही पर सहायक आयुक्त सुदाम प्रभाग कार्यालय से निरंतर गैर हाजिर रहने के लिए नागरिकों की मूलभूत शिकायतों का निपटारा नहीं हो पा रहा है। शिकायत लेकर आ रहे शिकायतकर्ताओ को बैरग ही वापस जाना पड़ता है।
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कर मूल्यांकन विभाग में मछली मार्केट जैसी भीड़ बनी रहती है। तीन से चार निजी कर्मचारी फाइलों को उलटफेर करते हुए दिखाई पड़ते है। वही पर विभाग प्रमुख सुदाम जाधव से मुलाकात का समय भी उनके निजी सहायक कर्मचारी तय करते है। यही नहीं पूर्व नगरसेवकों को भी कतार लगाकर मुलाकात करना पड़ रहा है। विभाग में जहां भारी भष्ट्राचार हो रहा है वही पर कई महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब होने की भी शंका व्यक्त की जा रही है। कई जागरूक नागरिकों ने आयुक्त से इस गंभीर विषय पर सही निर्णय लेने की मांग की है।
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