
श्रीमद्भागवत कथा के समापन पर, कृष्ण सुदामा की मित्रता के प्रसंग पर बहे भक्तों के आंसू
- अच्छेलाल राजभर, संवाददाता जौनपुर
- Dec 12, 2022
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डोभी, जौनपुर ।। स्थानीय क्षेत्र के जरासी गांव में डोभी के ब्लॉक प्रमुख अजय प्रकाश सिंह केडी के आवास पर आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन भागवत कथा के समापन पर कथावाचक ने कहा कि
``स्व दामा यस्य स: सुदामा``
अर्थात अपनी इंद्रियों का दमन कर ले वही सुदामा है.भागवत कथा के दौरान श्रीकृष्ण भक्त एवं बाल सखा सुदामा के चरित्र का वर्णन किया गया।
डोभी जरासी गांव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के समापन पर सुंदर झांकियों ने सबका मन मोहा. श्रीमद्भागवत कथा के अन्तिम दिन सोमवार को समापन पर कथावाचक पं.श्रीकृष्ण जी महाराज ने कहा कि मनुष्य स्वंय को भगवान बनाने के बजाय प्रभु का दास बनने का प्रयास करें, क्योंकि भक्ति भाव देख कर जब प्रभु में वात्सल्य जागता है, तो वे सब कुछ छोड़ कर अपने भक्त रूपी संतान के पास दौड़े चले आते हैं. गृहस्थ जीवन में मनुष्य तनाव में जीता है, जब कि संत सद्भाव में जीता है, यदि संत नहीं बन सकते तो संतोषी बन जाओ. संतोष सबसे बड़ा धन है।
भागवत कथा के दौरान श्रीकृष्ण भक्त एवं बाल सखा सुदामा के चरित्र का वर्णन किया गया. कथावाचक ने कथा के दौरान श्रीकृष्ण एवं सुदामा की मित्रता के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सुदामा के आने की खबर पाकर किस प्रकार श्रीकृष्ण दौड़ते हुए दरवाजे तक गए थे. "पानी परात को हाथ छूवो नाहीं, नैनन के जल से पग धोये, श्रीकृष्ण ने अपने बाल सखा सुदामा की आवभगत में इतने विभोर हो गए के द्वारिका के नाथ हाथ जोड़कर और अंग लिपटकर जल भरे नेत्रों से सुदामा का हालचाल पूछने लगे. उन्होंने बताया कि इस प्रसंग से हमें यह शिक्षा मिलती है कि मित्रता में कभी धन दौलत आड़े नहीं आती. कथावाचक ने सुदामा चरित्र की कथा का प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. कथावाचक ने कहा कि 'स्व दामा यस्य स: सुदामा' अर्थात अपनी इंद्रियों का दमन कर ले वही सुदामा है।
सुदामा की मित्रता भगवान के साथ नि:स्वार्थ थी, उन्होंने कभी उनसे सुख साधन या आर्थिक लाभ प्राप्त करने की कामना नहीं की, लेकिन सुदामा की पत्नी द्वारा पोटली में भेजे गए चावलों में भगवान श्री कृष्ण से सारी हकीकत कह दी और प्रभु ने बिन मांगे ही सुदामा को सब कुछ प्रदान कर दिया. भागवत कथा के अंतिम दिन कथा में सुदामा चरित्र का वाचन हुआ, तो मौजूद श्रद्धालुओं के आखों से अश्रु बहने लगे कथा के समापन पर मंगल आरती के साथ प्रसाद का वितरण किया गया इस अवसर पर उत्तर प्रदेश भाजपा के मंत्री व पूर्व सांसद विद्यासागर सोनकर केराकत के पूर्व विधायक दिनेश चौधरी ने सम्मिलित होकर पूजन अर्चन किया बजरंग नगर मंडल अध्यक्ष संजय सिंह सुभाष सिंह विधायक प्रतिनिधि आरडी चौधरी बबलू सिंह प्रधान राजेश सिंह उर्फ पिंटू दादा अच्छेलाल राजभर पंकज सिंह हरिहर राजभर प्रवीण कुमार सिंह , अमित सिंह, सहित सैकड़ों भक्तगण भागवत की ज्ञानगंगा में गोता लगाए। कथा के आयोजक डोभी ब्लाक प्रमुख अजय प्रकाश सिंह के डी नें सभी आगन्तुकजनों को सम्मानित किया।
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