आजमगढ़: बिजली कर्मचारियों का 'चेतावनी दिवस', निजीकरण के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन


आजमगढ़,  पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के पीपीपी (PPP) मॉडल पर किए जा रहे निजीकरण के विरोध में आज आजमगढ़ में विद्युत कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। सिधारी हाइडिल कॉलोनी स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय पर एक विरोध सभा का आयोजन किया गया, जहां संयुक्त संघर्ष समिति (विद्युत कर्मचारी), राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन उ.प्र. और विद्युत तकनीकी कर्मचारी एकता संघ ने मिलकर आज के दिन को "चेतावनी दिवस" के रूप में मनाया।

आंदोलन के इस चरण में, आजमगढ़ जनपद के समस्त अधिकारियों, जूनियर इंजीनियरों, टी.सी.-2 और अन्य कर्मचारियों ने सिधारी हाइडिल गेट पर निजीकरण के विरोध में "पकौड़े तलने" का अनोखा कार्यक्रम आयोजित कर अपना विरोध जताया। इस प्रतीकात्मक विरोध के जरिए कर्मचारियों ने वर्तमान प्रबंधन और सरकार की निजीकरण तथा अन्य कर्मचारी विरोधी नीतियों की कड़ी आलोचना की।

वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार की वर्तमान नीतियों के कारण बेरोजगारी चरम पर है, और अब अन्य विभागों/सेवाओं में कार्यरत कर्मचारियों की नौकरियां भी छीनने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे बेरोजगारी में अप्रत्याशित वृद्धि होगी। आंदोलनकारी कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि यदि ऐसी ही नीतियां लागू होती रहीं, तो समस्त कर्मचारी ठेला चलाने या पकौड़े तलने को मजबूर हो जाएंगे। इसी विरोध स्वरूप आज सिधारी हाइडिल चौराहे पर निजीकरण और सरकार की वर्तमान नीतियों के खिलाफ पकौड़े तलने का कार्यक्रम "चेतावनी दिवस" के रूप में मनाया गया।

आज की सभा की अध्यक्षता श्री नीतीश सिंह ने की और संचालन प्रभुनारायण पाण्डेय "प्रेमी" ने किया। इस दौरान इंजिनियर उपेंद्र नाथ चौरसिया, इंजिनियर चंद्रशेखर, वीर विक्रम सिंह, धीरज पटेल, आशुतोष यादव, अवधेश यादव, विनय मौर्या, जयप्रकाश यादव, वेदप्रकाश यादव सहित विभिन्न किसान संगठनों के नेता जैसे श्री किरक सिंह यादव, श्री राजीव यादव, श्री श्याम सुंदर मौर्या, श्री राजशेखर जी, श्री नंदलाल जी और अन्य कई लोग उपस्थित रहे।

रिपोर्टर

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