वि0 वि 0 परिसर में इसी सत्र से स्नातक की कक्षाएं होगी संचालित प्रो0 संजीवकुमार


आजमगढ़ । महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय के कुलपति ने जब परीक्षा की परिचर्चा के दौरान परा- स्नातक के छात्र-छात्राओं को यह अवगत कराया कि विश्वविद्यालय परिसर में अब स्नातक-कला, स्नातक- विज्ञान वर्ग, स्नातक वाणिज्य-विभाग एव  बी. बी. ए. सहित  अन्य कई टेक्निकल विभागों को नए सत्र से संचालित कर दिया जाएगा, तो कार्यक्रम में उपस्थित सभी परा-स्नातक की छात्र-छात्राओं ने एवं उपस्थित सभी शिक्षक एवं गैर शिक्षक कर्मचारियों ने करतल ध्वनि  से स्वागत किया। विश्वविद्यालय से जुड़े जनपद वासियों का ख्वाब हकीकत में परिवर्तित होता दिखा।

विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. प्रवेश कुमार सिंह ने बताया कि आज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजीव कुमार परिसर के सभी पाठयक्रमों के छात्र-छात्राओं को आगामी परीक्षा के दृष्टिगत परीक्षा पर चर्चा दोपहर 02:00  फैसिलिटी सेंटर के पास बने सेमिनार हाल में परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम को संबोधित किया।

परीक्षा पर चर्चा  कार्यक्रम की खास बात यह रही  कि कार्यक्रम पूरे समय हास-परिहास से लबरेज रहा। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि जैसे विश्वविद्यालय के मुखिया छात्र-छात्राओं को संबोधित नहीं कर रहे हैं आप भी तो पूर्वांचल की भाषा में बोलूं तो बात कही कर रहे थे ,अपने आशिक संबोधन में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 संजीव कुमार ने छात्र-छात्राओं को तनाव से ऊपर उठकर जीने वालों को सच्चा बाजीगर कहा, उन्होंने उपस्थित छात्रों को यह भी अवगत कराया कि जिस क्षेत्र में आपका मन लगे आप वही काम करें, जो सब्जेक्ट आपको प्रिय लगे उसे ही पढ़े  जिस क्षेत्र में आपका मन लगता हो उसको पूरे मनोयोग से करें क्योंकि जिंदगी जीने की चीज है। चर्चा  के दौरान  कुलपति जी उच्च सदन के सदस्य सुधांशु त्रिवेदी जी का जिक्र करते हुए छात्र-छात्राओं से उनके उद्बोधन क्षमता को एवं उनकी सपाट-बयानी से सीखने के साथ-साथ अमल करने को कहा। एक स्थान पर कुलपति ने छात्र-छात्राओं से यह वचन लिया कि आप कम से कम 15 दिन पर एक अच्छा काम अपने परिवार के लिए, अपने विश्वविद्यालय के लिए, अपने जनपद के लिए, और अपने देश के लिए करेंगे । उन्होंने पुनः प्रश्न किया कि आपको लगता होगा कि इससे हमें क्या मिलेगा? इसका उत्तर है आपकी आत्मिक संतुष्टि। यही मंत्र आपको कई समस्याओं से निजात दिलाएगा ,आप जिस क्षेत्र में जाएं प्रयास करें कि उसमें नंबर वन रहे, एक भावनात्मक अपील करते हुए कुलपति ने छात्र-छात्राओं को सोशल मीडिया से यथासंभव दूर रहने का मशविरा दिया इसके लिए उन्होंने वर्तमान में सिविल परीक्षा टॉप करने वाली बेटी का उदाहरण देते हुए छात्रों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा जीवन में कम से कम 15 दिन में एक काम अच्छा करें, मेरे अच्छा करने का अभिप्राय यह नहीं है कि आप शुरुआती दौर में ही कोई बड़ा काम करें ,शुरुआत आप अपने घर से करें मां से अनुरोध करें कि मैया क्या मैं कपड़े धुलवाने में आपकी मदद करूं साथी अन्य कई तरीके से परिवार का सहयोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष भी हो सकता है आप हर हाल में सकारात्मक सोच रखें। जहां तक तनाव का विषय है यह स्वाभाविक होता है, उन्होंने हास्य और विनोद में छात्रों से मुखातिब होते हुए कहा कि हमें आपको ₹100 कमाने का तनाव है तो अडानी और अंबानी को ज्यादा पैसा सुरक्षित रखने का तनाव है। हम यह कदापि नहीं कह सकते कि परीक्षा के समय आपको तनाव नहीं होगा पर अनुकूल परिस्थितियों में सभी आसानी से जी लेते हैं महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं प्रतिकूल परिस्थितियों में भी जी कर एक अच्छा मार्क्स  पाए यही आपसे अपेक्षा है। परीक्षा की परिचर्चा का मुख्य उद्देश्य भी यही है। आपका कितने प्रतिशत अंक आए कम आया या अधिक आया इस पर तनाव कदापि न ले, क्योंकि वर्तमान परिवेश में अब प्रतियोगिता का जमाना है इसलिए अल्प-ज्ञान नहीं वृहद-ज्ञान प्राप्त करने का प्रयास करें। जीवन में शॉर्टकट कदापि ने अपनाए. चर्चा के दौरान छात्रों ने अपनी अन्य समस्याओं से भी कुलपति जी को सीधे अवगत कराया जिस पर उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित डॉ. सियाराम शुक्ला जी को त्वरित समस्या का निदान करने का निर्देश दिया, कार्यक्रम समाप्ति के दौरान छात्र-छात्राओं में एक चर्चा आम थी कि किसी ने सच ही कहा है की कला संस्कृति और शिक्षा नियंत्रण नहीं प्रबंधन चाहती है ,मेरे कुलपति का प्रबंधन काबिले-तारीफ है 

परीक्षा पर चर्चा के दौरान विश्वविद्यालय के छात्र ऋषभ त्रिपाठी एवं परिसर की  होनहार बिटिया खातून ने भी अपने विचार व्यक्त किए। तथा अन्य कई छात्र छात्राओं ने जिसमें एल. एल. एम. के छात्र-छात्राएं एवं अन्य कई विषय के छात्र-छात्राओं ने खुलकर परिचर्चा  में सहभाग किया, परिचर्चा  के दौरान भारी संख्या में विश्वविद्यालय परिसर के छात्र-छात्राओं ने परिसर में स्थित फैसिलिटी सेंटर पर पहुंच कर इसका लाभ उठाया  । अन्य जिन लोगों की गरिमामई उपस्थिति रही उसमें डॉ. जयप्रकाश यादव, डॉ. सियाराम शुक्ल, धर्मेंद्र एवं मुलायम की प्रमुख रहे संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रवेश कुमार सिंह ने किया

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