बजरंग दल गोरक्षा विभाग के तत्वाधान में राष्ट्रवीर सुहेलदेव की धूमधाम से मनाई गई जयंती

आजमगढ । बजरंग दल गोरक्षा विभाग के तत्वाधान में राष्ट्रवीर सुहेलदेव की जयंती का आयोजन ग्राम सभा संमेदा में आज दिनांक 2 फरवरी 2025 को किया गया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्व हिंदू परिषद गोरक्ष प्रांत के प्रांत सह विशेष संपर्क प्रमुख  रामकृष्ण मिश्रा  तथा मुख्य वक्ता बहन जयंती राजभर  तथा विशेष अतिथि पूर्व मंत्री रामदुलार राजभर  व  विभाग सह मंत्री विश्व हिंदू परिषद आर्यमगढ़ विभाग श्रीमान विनोद सोनकर  रहे अवसर पर कार्यकर्ताओं तथा उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने सुहेलदेव जी के जीवन एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि जीस  समय सैयद सालार गाजी  महमूद गजनबी की मृत्यु के उपरांत सर्वप्रथम जिहाद का उपयोग कर विध्वंस फैलाते हुए आगे बढ़ रहा था उसी समय श्रावस्ती नरेश राष्ट्रवीर सुहेलदेव  उसे चुनौती देते हुए सालार गाजी पर भयंकर आक्रमण कर दिया इस युद्ध में इतना विध्वंस सुहेलदेव  द्वारा किया गया की अगले 150 वर्षों से ज्यादा समय तक कोई विदेशी आक्रांत भारतवर्ष की तरफ आंख उठाने की हिम्मत भी नहीं कर सका कसमंडी में विशो बीघे कब्रिस्तान आज भी सुहेलदेव  के शौर्य और पराक्रम का प्रतीक है सुहेलदेव  ने हिंदू धर्म की रक्षा हेतु सामाजिक समरसता के आधार पर इस राष्ट्र की अखंडता की रक्षा हेतु अपना सर्वस्व बलिदान करने में भी संकोच नहीं किया राष्ट्र आज भी सुहेलदेव जी का कृतज्ञ है तथा उनका जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक अंगद राजभर जी कार्यक्रम अध्यक्ष, आनंद राजभर जी ,विपिन राजभर जी (समाजसेवी) ,हर्षित, सरवन ,मुकेश ,मनीष, शिवम, गोलू, सनी ,नीरज ,हिमांशु ,हितेश ,शिवा, शुभम, शिव ,अर्जुन, अजय ,और दीपांशु राजभर आदिदल गोरक्षा विभाग के तत्वाधान में राष्ट्रवीर सुहेलदेव की जयंती का आयोजन ग्राम सभा संमेदा में आज दिनांक 2 फरवरी 2025 को किया गया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्व हिंदू परिषद गोरक्ष प्रांत के प्रांत सह विशेष संपर्क प्रमुख  रामकृष्ण मिश्रा  तथा मुख्य वक्ता बहन जयंती राजभर  तथा विशेष अतिथि पूर्व मंत्री रामदुलार राजभर  व  विभाग सह मंत्री विश्व हिंदू परिषद आर्यमगढ़ विभाग श्रीमान विनोद सोनकर  रहे अवसर पर कार्यकर्ताओं तथा उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने सुहेलदेव जी के जीवन एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि जीस  समय सैयद सालार गाजी  महमूद गजनबी की मृत्यु के उपरांत सर्वप्रथम जिहाद का उपयोग कर विध्वंस फैलाते हुए आगे बढ़ रहा था उसी समय श्रावस्ती नरेश राष्ट्रवीर सुहेलदेव  उसे चुनौती देते हुए सालार गाजी पर भयंकर आक्रमण कर दिया इस युद्ध में इतना विध्वंस सुहेलदेव  द्वारा किया गया की अगले 150 वर्षों से ज्यादा समय तक कोई विदेशी आक्रांत भारतवर्ष की तरफ आंख उठाने की हिम्मत भी नहीं कर सका कसमंडी में विशो बीघे कब्रिस्तान आज भी सुहेलदेव  के शौर्य और पराक्रम का प्रतीक है सुहेलदेव  ने हिंदू धर्म की रक्षा हेतु सामाजिक समरसता के आधार पर इस राष्ट्र की अखंडता की रक्षा हेतु अपना सर्वस्व बलिदान करने में भी संकोच नहीं किया राष्ट्र आज भी सुहेलदेव जी का कृतज्ञ है तथा उनका जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक अंगद राजभर जी कार्यक्रम अध्यक्ष, आनंद राजभर जी ,विपिन राजभर जी (समाजसेवी) ,हर्षित, सरवन ,मुकेश ,मनीष, शिवम, गोलू, सनी ,नीरज ,हिमांशु ,हितेश ,शिवा, शुभम, शिव ,अर्जुन, अजय ,और दीपांशु राजभर आदि

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट