धार्मिक भावना आहत, सफाई व्यवस्था चौपट, दबंगों की धमकी से दहशत में पत्रकार परिवार

सिसौड़ा पंचायत में अवैध मटन-चिकन दुकान बना सामाजिक सौहार्द के लिए खतरा, वार्ड सदस्य ने थाना को दिया आवेदन


धार्मिक भावना आहत, सफाई व्यवस्था चौपट, दबंगों की धमकी से दहशत में पत्रकार परिवार


धमकी देने वालों में जनसुराज का नेता भी शामिल




रामगढ़ (कैमूर)। सिसौड़ा पंचायत के वार्ड संख्या-2 में अवैध रूप से संचालित मटन-चिकन की दुकानें अब स्थानीय जनता के लिए सिरदर्द बन गई हैं। स्थानीय वार्ड सदस्य निशा देवी ने थाना अध्यक्ष रामगढ़ को आवेदन देकर इन दुकानों पर अविलंब कार्रवाई की मांग की है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार, वार्ड संख्या 2 में स्थित यह दुकान सोबरत धोबी के पुत्रों एवं पोतों द्वारा बिना किसी वैध लाइसेंस के संचालित की जा रही है। यहां खुलेआम सड़क किनारे मुर्गों की हलाल की प्रक्रिया होती है, जिससे आसपास रहने वाले हिंदू समुदाय के लोगों की धार्मिक भावना आहत हो रही है। इसके अलावा दुकान के पास गंदगी, दुर्गंध और पशु-अवशेषों के कारण पूरा वातावरण दूषित हो गया है।


"तेज हवा के साथ मुर्गियों के पंख घर में आते हैं" – वार्ड सदस्य निशा देवी


वार्ड सदस्य निशा देवी ने आवेदन में उल्लेख किया है कि तेज हवा के साथ मुर्गियों के पंख और गंदगी उनके घर तक पहुंच जाती है। यह स्थिति न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरा है बल्कि एक सभ्य समाज के सौंदर्य और शांति के लिए भी चुनौती बन चुकी है।


उन्होंने बताया कि एक जनप्रतिनिधि होने के नाते अपने क्षेत्र में हो रहे अवैध एवं अनैतिक कार्यों को रोकना उनका नैतिक कर्तव्य है। इसी जिम्मेदारी के तहत उन्होंने अपने पति राजीव कुमार पांडेय (जो एक प्रमुख हिंदी दैनिक अखबार के ब्यूरो चीफ हैं) के माध्यम से इस मुद्दे को समाचार माध्यमों में उजागर कराया। खबर प्रकाशित होते ही प्रशासन की एक टीम – राजस्व पदाधिकारी अनिल कुमार सिंह, हल्का कर्मचारी रामवृक्ष कुमार और सोनू कुमार – ने जांच की और दुकान एक दिन के लिए बंद हुई, लेकिन अगले दिन से पुनः चालू कर दी गई।


पत्रकार पर दबाव और जान से मारने की धमकी


आवेदन में यह भी बताया गया है कि जांच के दौरान वार्ड सदस्य के पति को दुकान संचालकों ने धमकाया और गांव से भगा देने की धमकी दी। यह न केवल लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है, बल्कि एक चुने हुए प्रतिनिधि के कार्य में भी अवरोध उत्पन्न करने का गंभीर प्रयास है।इतना ही नहीं पत्रकार राजीव कुमार पाण्डेय ने बताया कि दुकान बंद कराने को लेकर छापी गई खबर से क्षेत्र का मुर्गा फॉर्म व्यापारी, सिसौड़ा गांव निवासी जनसुराज का युवा जिलाध्यक्ष अईयाज खान पूरी तरह से बौखलाए हुए है।उसके द्वारा भी शुक्रवार को पत्रकार को तरह - तरह की धमकियां दी गई।क्योंकि क्षेत्र के अवैध दुकानदार इन्हीं के यहां से मुर्गा की खरीदारी करते हैं।


प्रशासन की अनदेखी से बढ़ रही दबंगई


वार्ड सदस्य ने यह भी कहा है कि दुकान संचालकों की दबंगई के कारण स्थानीय लोग भी उनके खिलाफ बोलने से डरते हैं। प्रशासन द्वारा दी गई चेतावनियों को खुलेआम नजरअंदाज किया जा रहा है, जिससे यह प्रतीत होता है कि कानून का भय समाप्त हो गया है।


क्या कहता है कानून?


बिना लाइसेंस मांस की दुकान चलाना स्वास्थ्य विभाग, नगर पंचायत, खाद्य सुरक्षा अधिनियम एवं आपराधिक कानूनों के तहत दंडनीय अपराध है। साथ ही सार्वजनिक स्थान पर पशु वध करना पशु क्रूरता अधिनियम के तहत भी अवैध है।




जनता की मांग: अविलंब हो कार्रवाई, कायम हो शांति


वार्ड सदस्य ने अपने आवेदन के माध्यम से थाना अध्यक्ष से निवेदन किया है कि वे इस मामले में तत्काल संज्ञान लें और कानून के तहत सख्त कार्रवाई करें, जिससे सामाजिक सौहार्द बना रहे और क्षेत्र में भय का वातावरण समाप्त हो।


यह मामला अब प्रशासन की तत्परता और संवेदनशीलता की परीक्षा बन चुका है। क्या आम जनता की शिकायत पर कानून अपना काम करेगा या दबंगई हावी रहेगी – यह आने वाला समय बताएगा।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट