आवास योजना की जाँच के लिए उपसरपंच ने लगाया जिला पदाधिकारी से गुहार

कुमार चन्द्र भूषण तिवारी


मोहनिया ।। कैमूर अनुमंडल अंतर्गत दुर्गावती प्रखंड के खड़सरा पंचायत के उपसरपंच बबीता देवी द्वारा जिला पदाधिकारी से आवास सहायकों पर जांच के लिए गुहार लगाया। उनका आरोप है कि प्रधानमंत्री आवास योजना में बहुत बड़े पैमाने पर धांधली किया गया है।कुछ भ्रष्ट जनप्रतिनिधियों और प्रखंड के पदाधिकारियों के मिलीभगत के कारण हमारे खड़सरा पंचायत में गरीब असहायो को कॉलोनी नहीं दिया जा रहा है।जबकी बहुत से ऐसे लोगों को कॉलोनी का लाभ दिया जा रहा है,जिनका पूर्व में ही पक्का का मकान बन चुका है।पर पैसे की वदौलत दूसरे का गिरा हुआ मकान का फोटो खिंचवा कर अपने नाम पर आवास पास कराया गया है।जिसका की मैं जिलाधिकारी से मांग करती हूं कि सही तरीके से जांच करके जो भी आवास सहायक प्रखंड के पदाधिकारी जन प्रतिनिधि दोषी पाया जाए उनके उपर कठोर कार्रवाई  किया जाए। जिससे कि गरीबों को उनका अधिकार मिल सकें। और भ्रष्टाचार फैलाने वालो में कानून का डर बना रहें,जिससे लोग अपना काम ईमान दारी से करें। उपसरपंच का कहना है कि जिनके मकान खंडहर में तब्दील हो चुके हैं,जो घर बनाने में असमर्थ हैं,जिनके खड़हरनुमा मकान हैं,मिट्टी के मकान हैं उन्हें कॉलोनी का लाभ न देकर बहुत से संपन्न लोगों को कॉलोनी दिया गया है।संपन्न लोगों के कॉलोनी देने के पीछे पैसे का लेन देन निश्चित रूप से प्रखंड के कर्मचारी और पदाधिकारियों के द्वारा किया गया है।नहीं तो यह कहीं से भी उचित नहीं हैं कि जिनके पक्के के मकान हैं,गाडी है, अच्छे रहन-सहन हैं,उन्हें कालोनी मिल रहा है।जिनके पास रहने को छत नहीं है, उनको आज तक कॉलोनी का लाभ नहीं दिया गया। इससे यह सिद्ध होता है कि पदाधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त है।अतः यह जांच का विषय है और जांच होना चाहिए।

खड़सरा पंचायत अंतर्गत धनेछा गाव के मुन्नी देवी पती डब्लू ठाकुर जिनका मिटि का जर्जर मकान है।अपने भाइयो से अलग रहते है किसी तरह मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे है।पर हमारे खडसरा पंचायत के जनप्रतिनिधियों को दिखाई नहीं दिया। नाही प्रखंड के आवास सहायकों को दिखाई दिया। ऐसे ही खड़सरा गांव के बिधवा असहाय बेबस लाचार चंद्रमणी देवी पती स्वर्गीय बब्लू शर्मा की बिधवा पत्नी आवास के लिए दर दर भटकती रही लेकिन उनके उपर किसी ने ध्यान नही दिया वह अपने बच्चो को अपने रिश्तेदारो के यहाँ पहुचां दि है कि खंडहर नुमा मकान कही गीरा तो कुछ भी अनहोनी हो सकती है। बबिता देवी के द्वारा इसपर विचार करते हुए कैमूर प्रशासन से न्याय हेतु गुहार लगाया गया है। आगे उनका कहना है की जनप्रतिनिधि व अधिकारी बिन भेदभाव किए महिलाओं के भावनाओं को समझें उनका कदर करें नहीं तो मैं अब लाचार गरीबो की आवाज उठाने के लिए कहीं भी संघर्ष करने के लिए तैयार हूं।

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