
पूर्व केन्द्रीय मंत्री कपिल पाटिल की तत्परता से अपह्रत छात्र की घर वापसी
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Jul 10, 2025
- 110 views
भिवंडी से अपहरण, दिल्ली में मिला छात्र
भिवंडी। महाराष्ट्र के भिवंडी तालुका के वेहले गांव से ताल्लुक रखने वाला एक स्कूली छात्र, जो माणकोली-डोंबिवली पुल के पास से अचानक लापता हो गया था, वह सैकड़ों किलोमीटर दूर दिल्ली के भीड़भाड़ वाले सदर बाजार में एक दुकान में सकुशल पाया गया। यह चौंकाने वाला मामला तब सुलझा जब छात्र के परिजनों ने व्हाट्सएप लोकेशन के जरिए उसकी संभावित स्थिति पता लगाई और तत्परता से पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री कपिल पाटिल से मदद की गुहार लगाई।कपिल पाटिल ने दिल्ली स्थित अपने कार्यालय को तुरंत सक्रिय किया और पुलिस के सहयोग से महज एक घंटे के भीतर बच्चे का पता लगा लिया गया। वीडियो कॉल के जरिए जब माता-पिता ने अपने बेटे को देखा, तो उनकी आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। अपहृत छात्र का नाम रुद्र निलेश भोईर है, जो काल्हेर इलाके में दसवीं कक्षा में पढ़ता है। 4 जुलाई को वह माणकोली-डोंबिवली पुल के पास स्थित एक कैफे में गया था, जहां वह सूट पहने एक अज्ञात व्यक्ति के साथ देखा गया। उस व्यक्ति के साथ दो अन्य लोग भी मौजूद थे। बाद में रुद्र इन तीनों के साथ बोरिवली गया, जहां से उसे ट्रेन का टिकट खरीदने को कहा गया और जनरल कोच से सभी दिल्ली के लिए रवाना हो गए। रुद्र को केवल इतना याद है कि वह किस तरह ट्रेन में चढ़ा, लेकिन उसे यह बिल्कुल याद नहीं कि वह दिल्ली के सदर बाजार कैसे पहुंचा। परिजनों ने जब रुद्र की गुमशुदगी की जानकारी पुलिस को दी, तो खोजबीन शुरू हुई, लेकिन तीन दिन तक कोई सफलता नहीं मिली। 7 जुलाई की सुबह 11:30 बजे के करीब रुद्र का व्हाट्सएप लोकेशन सक्रिय हुआ, जिसके बाद परिजनों ने तुरंत कपिल पाटिल के निजी सहायक राम माली से संपर्क साधा। पाटिल ने तत्काल अपने दिल्ली स्थित स्टाफ को निर्देश दिया और पुलिस की सहायता से भीड़भाड़ वाले बाजार में तलाश शुरू हुई। एक दुकान में रुद्र को सही-सलामत पाया गया और वीडियो कॉल के माध्यम से उसके माता-पिता से बात कराई गई। इसके बाद रुद्र को घर लाया गया। रुद्र के पिता निलेश भोईर, जो उस समय पंढरपुर यात्रा पर गए थे, उन्होंने बेटे की वापसी के लिए किए गए तेज और प्रभावी प्रयासों के लिए कपिल पाटिल का आभार जताया और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। कपिल पाटिल ने इस मामले के बाद बच्चों और अभिभावकों को सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “कोई भी छात्र अजनबियों से बातचीत न करे। अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखे तो तुरंत माता-पिता या पुलिस को जानकारी दें। ऐसे मामलों में सतर्कता बेहद जरूरी है।”
रिपोर्टर