
"डी मार्ट" ऑफिशियल स्कीम ! — भिवंडी मनपा में "एक के ऊपर एक फ्री" अधिकारी योजना लागू
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Jul 26, 2025
- 282 views
भिवंडी। अब तक डी मार्ट जैसी स्कीमें सिर्फ किराने और कपड़ों की दुकानों में ही देखी जाती थीं, लेकिन भिवंडी महानगर पालिका ने भी अब खुद को “स्मार्ट” साबित करते हुए अपनी एक पर एक फ्री अधिकारी स्कीम शुरू कर दी है। जी हां, अब हर प्रभाग समिति में एक पद पर दो-दो अधिकारी तैनात कर दिए गए हैं — मतलब एक बीट निरीक्षक लो, दूसरा मुफ्त पाओ !
पालिका प्रशासन पहले ही कर्मचारियों की भारी कमी का रोना रोता रहा है, लेकिन अब शायद इस रोने का इलाज उन्होंने “डबल डोज़” में ढूंढ निकाला है। अब कर निरीक्षक अकेला नहीं रहेगा, उसके साथ सहायक कर निरीक्षक भी होगा। बीट निरीक्षक भी अकेलापन महसूस न करे, उसके लिए भी जोड़ीदार बीट निरीक्षक मिल गया है।
उपायुक्त बिक्रम दराड़े द्वारा जारी किए गए इस आदेश में सफाई कर्मी को मूल्यवर्धित पैक में ऊपर चढ़ा कर निरीक्षक बना दिया गया है। कोई कभी शिक्षा विभाग में प्रभारी क्लर्क था, तो कोई चुनाव विभाग में फाइलें पलटता था—आज सब "निरीक्षक" का चश्मा पहन कर फील्ड में उतरेंगे।
जैसे:
प्रभाग 1 में रविंद्र जाधव को नितीन जामेकर के साथ बीट निरीक्षक बना दिया गया।
अभिजीत जाधव, जो पहले शिक्षा विभाग में "ज्ञानवर्धन" कर रहे थे, अब कर निरीक्षक के सहायक बन कर "राजस्ववर्धन" करेंगे।
प्रभाग 2 से लेकर 5 तक हर जगह यह ऑफर जोरों पर है।
शहर की जनता अब सोच में है कि अगले महीने कहीं "एक अधिकारी पर दो ड्रायवर" या "एक क्लर्क / सफाई कर्मी के साथ फ्री चायवाला" योजना भी न लागू हो जाए। कुछ लोग तो मज़ाक में कहने लगे हैं कि पालिका ने "डी मार्ट" से टाई-अप कर लिया है – “Buy One Officer, Get One Free!”
पालिका प्रशासन के उच्च अधिकारियों मानना है कि इससे नए लोगों को ट्रेनिंग का मौका मिलेगा। वहीं पुराने कर्मचारी जो रिटायर हो रहे हैं, वो शायद सोच रहे हैं – काश, रिटायरमेंट भी किसी जूनियर के साथ शेयर होता, तो पेंशन भी डबल आती ! सफाई कर्मी अथवा ड्राइवर के पदों कुछ वर्ष पूर्व हुई नियुक्त कर्मचारियों को काम काज हेतु प्रभारी अधिकारी तो बना दिया गया है।
क्लर्क दर्जे के कर्मचारियों को इस स्क्रीम से क्यों वंचित रखा गया। इस प्रकार का सवाल अब पालिका गलियारे में गूंज रहा है।
नागरिकों को सलाह दी जाती है कि किसी भी प्रभाग समिति में जाएं, तो सतर्क रहें – क्योंकि अब निरीक्षक सिंगल नहीं, डबल होगे !
रिपोर्टर