
२०वर्ष मे पहला मौका जब शिवसेना अपने सिर से कलंक साफ करेगी
- अरविंद मिश्रा 'पिंटू'
- Jun 30, 2018
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कल्याण । कल्याण डोंबिवली मे ,राजस्व चोरी, भ्रष्टाचार की शिकायतें होना बड़ी बात नही, बल्कि उस पर कारवाई नही होना बड़ी बात है। इसमे अमूमन सत्ताधारी ही जिम्मेदार रहते हैं, जो माफिया तत्वों पर कारवाई करने मे नाकाम रहते है।लेकिन शिवसेना नगरसेवक विश्वनाथ राणे ने घनकचरा ब्यवस्थापन मे बड़ी राजस्व की चोरी और कामचोरों को रंगे हाथ पकड़ा और जवाब तलबी की,राणे यहीं नही रुके मनपा डंपिंग ग्राउण्ड का दौरा किया तो शर्मनाक सच्चाई उजागर हुई। इस मामले मे विश्वनाथ राणे पत्रकारों से फिलहाल कोई जानकारी शेयर नही करना चाहते हैं, बार बार पूछने पर भी यही कहते हैं कि मै अभी कुछ नही कहूंगा काम होने के बाद जानकारी दूंगा।
विदित हो कि मनपा की ऐसी कोई परियोजना बची नही जिसमे भ्रष्टाचार नहीं है, ये किसी बाहरी ब्यक्ति या जासूस की जासूसी नही हैं, बल्कि शिवसेना नगरसेवकों द्वारा समय समय पर किया हुआ भंडाफोड़ है। मनपा पर सत्तारूढ़ शिवसेना गठबंधन पर सबसे बड़ा कलंक शहर मे कचरा प्रबन्धन मे नाकामी का है। कचरा प्रबंधन मे नाकामी के लिए ही मुंबई उच्च न्यायालय ने मनपा की नयी विकास परियोजनाओं पर प्रतिबन्ध लगाया था। यह प्रतिबन्ध अहर्ताओं को पूरा करने के वचन के बाद शिथिल किया गया है। अब नगरसेविका विनीता राणे के महापौर बनने के बाद यह सुअवसर आ रहा है कि शिवसेना कचरा प्रबंधन मे अपनी सत्ता पर लगा अकर्मण्यता का कलंक साफ कर लेगी।हालांकि इसका श्रेय शिवसेना नगरसेवक विश्वनाथ राणे को ज्यादा है।चूंकि मनपा की एक भी आम सभा का अभी तक विनीता राणे की अध्यक्षता में नही हुई है और विश्वनाथ राणे कुछ बताने को तैयार नही हैं कि मनपा के कामचोर और राजस्व चोरों को रंगे हाथ पकड़ा तो मगर उन कामचोरों पर क्या कारवाई हुई किसी तरह की जानकारी देने को तैयार नही हैं। इस शर्मनाक वाकये का एक तथ्य यह भी है कि शिवसेना के ही नगरसेवक मोहन उगले मनपा के कचरा प्रबंधन में विभागीय स्तर पर किस तरह भ्रष्टाचार किया जा रहा है, कचरा प्रबन्धन के काम का ठेकेदार बिना काम किए पैसा लेता आ रहा है। मनपा की स्थायी समिति मनपा की आमसभा मे पूरे विस्तार से सिलसिलेवार उजागर करते रहे हैं। आश्चर्य जनक तथ्य यह है कि मोहन उगले के बार बार घनकचरा प्रबन्धन मे कामचोरी और भ्रष्टाचार उजागर करने के बाद भी सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा कोई कारवाई नही किया गया।
कचरा डंपिंग की जगह का करीब २००मीटर का रास्ता ऐसा है जहाँ कचरा भरी गाड़ियों का जाना मुमकिन नही, इसलिए कचरा उठाने वाली गाड़ियाँ समय पर नही आतीं, इसी तरह कचरा समतल करने के लिए जो चार-चार बुलडोजर हैं वो अक्सर बंद रहते हैं। या एक ही बुलडोजर चलाया जाता है और भ्रष्टाचार की हद यह है कि उसमे आग लगवा कर भी मनपा पानी डलवाने का आपातकालीन समस्या दिखाकर लाखों रूपये का ठेका निहित तत्व हथिया लेते हैं। पिछले महीनों कचरा डंपिंग पर आग लगने पर उसे बुझाने के लिए आठ सौ टैंकर पानी डाला गया। यह तथ्य भी मोहन उगले महासभा मे कर चुके हैं। कल्याण डोंबिवली महानगर पालिका में सत्तारूढ़ शिवसेना गठबन्धन पर इस तरह माफिया की कारगुजारी से बदनामी झेलनी पड़ी, मुंबई उच्च न्यायालय द्वारा मनपा पर बंदिश लगानी पड़ी विनीता राणे के महापौर बनने के साथ शहर मे परिस्थितियों मे सकारात्मक बदलाव की सुरुवात हो रही है। जिस कचरा प्रबन्धन मे नाकामी पर कल्याण मे सत्तारूढ़ शिवसेना कलंकित हुई उसी कचरा प्रबन्धन मे कामचोरी और भ्रष्टाचार उजागर करके विश्वनाथ राणे ने शिवसेना को जिम्मेदार सत्ताधारी पक्ष साबित किया है हालांकि जितने बड़े स्तर पर विश्वनाथ राणे ने मनपा राजस्व की चोरी को उजागार किया वह बेहद गंभीर है लेकिन पत्रकारों से जानकारी छिपाना विश्वनाथ राणे की ईमानदारी पर संदेह बढ़ाता है।कहीं यह चोर पर मोर वाला मामला नही बने शहर की ६लाख की आबादी की जान से खिलवाड़ करनेवाले यूं ही बक्स दिये जायेंगे यह मनपा की आनेवाली महासभा मे स्पष्ट होगा।
रिपोर्टर