
नर्सरी से लेकर कक्षा पांच तक के बच्चों को शिक्षा दिलाने के लिए अभिभावकों को उठाना पड़ रहा है एमबीए के बराबर खर्च
- देवराज मिश्र, ब्यूरो चीफ अयोध्या
- Aug 01, 2019
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शासन की मंशा पर पानी फेर रहे हैं गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय के प्रबन्धक व दुकानदार ...
अमानीगंज, अयोध्या ।। जनपद अयोध्या अन्तर्गत अमानीगंज शिक्षा क्षेत्र में निजी शिक्षा क्षेत्र के और मांटेसरी के प्रबन्धक व पुस्तक विक्रेता द्वारा मनमाने ढंग से पाठ्यपुस्तकों का मूल्य वसूला जा रहा है । अभिभावकों को अपने बच्चों का भविष्य सुधारने के लिए भारी खर्च उठाना पड़ रहा है । जबकि शासनादेश है कि जो पाठ्यपुस्तक विद्यालय में चलाई जाय वो आम बाजार में आसानी से प्राप्त हो सके । परन्तु निजी विद्यालयों के प्रबन्धक ऐसी पुस्तकें चला रहे हैं जो एक मोनोपोली होती है और दुकानदार का पंपलेट छपाकर बच्चों को एक विशेष दुकानदार के नाम का पर्चा दे दिया जाता है । जहां पर लगभग हर पुस्तक की कीमत रु. २५० से लेकर रु. ३०० तक होती है ।
एक बच्चे के अभिभावक अमानीगंज क्षेत्र के किसान रामनाथ निवासी ग्राम सरवन पुर ने बताया कि दस - दस पृष्ठों की पुस्तकें तीन - तीन सौ रुपये की मिल रही हैं । नरेन्द्र पुस्तक भंडार दयालगंज खण्डासा के पास एक दर्जन से अधिक विद्यालयों की किताबों का ठेका है ।
उक्त पुस्तक भंडार द्वारा सभी विद्यालयों से सांठ - गांठ कर मनमाने तरीके से किताबों का मूल्य वसूल किया जा रहा है । उक्त पुस्तक भंडार द्वारा निजी विद्यालयों के प्रबन्धकों को भरपूर लाभ पहुंचाया जा रहा है ।
इस सम्बन्ध में जब खण्ड शिक्षा अधिकारी अमानीगंज से बात की गई तो उन्होंने बताया की जांच कर दोषी दुकानदार के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी । जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमिता सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया यह हमारे कार्य क्षेत्र से बाहर का विषय है, उक्त समस्या के विषय में जिला विद्यालय निरीक्षक से बात कर सकते हैं । जब जिला विद्यालय निरीक्षक से मोबाइल पर सम्पर्क किया गया तो मीटिंग में होने की बात बता कर बात टाल दी गयी और कहा कि बाद में सम्पर्क करेंगे लेकिन इस विषय में उनकी अरुचि ही सामने आयी ।
निजी विद्यालयों में बच्चों को जो पुस्तकें पढ़ाई जाती हैं और उस पुस्तक को पढ़ाने के लिए जो अध्यापक रखे गए हैं वह भी मानक के विपरीत रखे गए हैं । बच्चों को जो अंग्रेजी की पुस्तक पढ़ाई जाती है वह बच्चे तो छोड़िये, उन्हें पढ़ाने वाले अध्यापक भी उन पुस्तकों के प्रश्न आसानी से हल नहीं कर सकते । अमानीगंज क्षेत्र के निजी शिक्षण संस्थानों में शिक्षा के मानकों का कोई पालन नहीं करके बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है तथा अभिभावकों से खुले आम लूट की जा रही है ।
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