भिवंडी में जाम और गड्ढों से त्रस्त जनता का फूटा गुस्सा, सड़कों पर उतरे हजारों लोग

भिवंडी। भिवंडी में बदहाल सड़कों और भयावह ट्रैफिक जाम से त्रस्त नागरिकों का सब्र आखिरकार टूट गया। अंजुरफाटा चौक और मानकोली नाका पर हजारों लोग सड़कों पर उतरे और प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। लोगों ने आरोप लगाया कि प्रशासन की लापरवाही से नागरिकों का जीवन दांव पर लग गया है। सुबह 11 बजे अंजुरफाटा चौक पर स्थानीय नागरिक, ट्रांसपोर्टर, वाहन मालिक और चालक स्वतःस्फूर्त आंदोलन में शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि ठाणे–गोड़बंदर रोड से भारी ट्रकों और कंटेनरों को सीधे शहर से गुजारने के फैसले ने यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमराई दी है। रोज़ाना स्कूली बच्चे, कर्मचारी और मरीज घंटों जाम में फंसे रहते हैं। हालात इतने गंभीर हैं कि एम्बुलेंस तक घंटों ट्रैफिक में अटक जाती है। वहीं जगह-जगह बने गड्ढों ने दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ा दिया है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक और गड्ढों की मरम्मत तुरंत नहीं की गई तो आंदोलन और उग्र होगा। एक चालक ने कहा, “डीज़ल की बर्बादी और गाड़ी की मरम्मत का खर्च इतना बढ़ गया है कि अब दूसरी नौकरी ढूंढनी पड़ेगी।” इधर मानकोली नाका पर मनसे के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ, जिसमें कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष निलेश भोईर भी शामिल हुए। गुलवी ने कहा, “भिवंडी की जनता अब और बर्दाश्त नहीं करेगी। जब तक सड़कों की मरम्मत और भारी वाहनों पर रोक नहीं लगती, आंदोलन जारी रहेगा।” भिवंडी की जनता ने साफ कर दिया है कि अब वह खोखले आश्वासनों से संतुष्ट नहीं होगी। यह आंदोलन इस बात का सबूत है कि हालात ने नागरिकों को सड़क पर उतरने को मजबूर कर दिया है। अब सबकी निगाहें प्रशासन पर टिकी हैं कि वह इस गंभीर संकट का समाधान कब और कैसे करता है।

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