नियम कानून को ताख पर रखकर फीस बढ़ाने वाले निजी स्कूलों पर मनपा करे कार्यवाही- विनोद तिवारी कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष

कड़ोमनपा के शिक्षण विभाग के सामने तीन मांगे रखी कांग्रेस जिलाउपाध्यक्ष नें

कल्याण : नए शैक्षणिक वर्ष की शुरुवात होते ही निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों पर तरह तरह से बोझ लादने का सिलसिला शुरू हो जाता है, हर वर्ष फीस में बढ़ोत्तरी, बस के किराया में बढ़ोत्तरी, एक ही दुकान से ड्रेस आदि खरीदने की बाध्यता, स्कूल से ही नोटबुक व किताबें खरीदने की बाध्यता इसके साथ ही इन वस्तुओं के लिए मनमाना पैसा वसूलना अभिभावकों को संकट में डालता है इस पर कल्याण डोंबिवली मनपा का शैक्षणिक विभाग उचित कार्यवाही करे क्योंकि यह महाराष्ट्र शैक्षणिक संस्था ( शुल्क नियमन) तथा महाराष्ट्र सरकार के आदेश का उल्लंघन किया जा रहा है ऐसा एक पत्र कांग्रेस के कल्याण जिला उपाध्यक्ष विनोद तिवारी नें मनपा के शैक्षणिक विभाग को देते हुए ऐसे स्कूलों पर कार्यवाही करने की मांग की है।

महाराष्ट्र शैक्षणिक संस्था ( शुल्क नियमन) अधिनियम 2011 का उल्लंघन कुछ स्कूलों द्वारा किया जा रहा है जिसके कारण अभिभावकों को आर्थिक व मानसिक कष्ट झेलना पड़ रहा है। कुछ दिन पूर्व कल्याण पूर्व के सेंट थॉमस स्कूल द्वारा बिना कोई पूर्व सूचना दिए फीस में 50 प्रतिशत की वृद्धि कर दी गई जिसका विरोध होने पर स्कूल प्रशासन ने इस वृद्धि को घटाकर 20 प्रतिशत कर दिया। जोकि उपरोक्त अधिनियम का उल्लंघन है। 

वहीं महाराष्ट्र शासन के शाला शिक्षण विभाग द्वारा 11 जून 2004 को एक आदेश पारित किया गया था जिसके तहत निजी स्कूल ड्रेस, कॉपी, किताब व अन्य सामग्री नही बेंच सकते या किसी एक दुकान का पता देकर वहीं से लेने के लिए बाध्य नही करेगा लेकिन उपरोक्त आदेश को भी तमाम निजी स्कूल ठेंगा दिखा रहे हैं और निडर होकर नियमों को दरकिनार करके सामग्री बेंच रहे हैं साथ ही इनके दाम भी मनमानी होते हैं जिसके कारण अभिभावकों को मजबूरन इनका शिकार होना पड़ रहा है।

उपरोक्त विषय का पत्र देते हुए विनोद तिवारी ने कल्याण डोंबिवली मनपा के शिक्षण विभाग से यह मांग की है कि है कि निजी स्कूलों में ली जाने वाली फीस की जांच करें तथा जो भी स्कूल नियमानुसार दोषी पाए जाएं उन पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करें।  सभी स्कूल महाराष्ट्र के शाला शिक्षण विभाग द्वारा 11 जून 2004 को दिए गए शासनादेश का फलक लगा कर अभिभावकों को जागरूक करें। तीसरी मांग यह की गई है कि शिक्षण विभाग कुछ अधिकारियों के साथ एक फ्लाइंग स्कॉड बनाए जो निजी स्कूलों के पीटीए के साथ समय समय पर चर्चा करके गलती पाए जाने पर स्कूल के मुख्य अध्यापक, व्यवस्थापक व दुकानदार पर मामला दर्ज कराएं। उपरोक्त विषयों पर त्वरित कार्यवाही की मांग तिवारी द्वारा की गई है।

गौरतलब हो कि कल्याण डोंबिवली मनपा क्षेत्र के स्कूलों की स्थिति पूर्ण रूप से व्यापारिक हो चुकी है जिनमे कुछ स्कूल ही नियमों को मानते है बकाया सभी का मनमानी कारभार शुरू है। अभिभावक केवल चक्की में पीसे जा रहे हैं बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए उन्हें इनके झांसे में आने के अलावा कोई पर्याय नही दिखता क्योकिं ज्यादातर अभिभावक भी ऐसे मामलों में एकजुट नही हो पाते जिसका फायदा स्कूलों द्वारा उठाया जाता है ऐसा विनोद तिवारी का कहना है।

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