पांचवे चरण का चुनाव कल, दांव पर लगी कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा

जनपद की पांचों सीटों पर सबकी नज़रें ...


अयोध्या ।। जिस घड़ी का इंतजार था आखिरकार वह आ गई। रविवार की सुबह 7 बजे से अयोध्या जिले की पांचों विधानसभाओं में मतदान शुरू हो जाएगा। इसी के साथ ही दिग्गजों का भाग्य भी ईवीएम में कैद हो जाएगा। इस बार भाजपाई अपनी विजय पताका को फिर से फहराने के प्रयास में हैं तो सपाई उनका दुर्ग ढहाने की कोशिश में जुटे हैं। हालांकि फैसला जनता पर है। पिछले बार के विधानसभा चुनाव में जनपद की पांचों सीटों पर लगभग 61 प्रतिशत मतदान हुआ था।

अयोध्या विधानसभा में तो मुकाबला पूरी तरह से खुला हुआ है। यहां भाजपा से सीटिंग एमएलए वेद प्रकाश गुप्त से सपा प्रत्याशी तेज नारायण पांडे पवन के बीच का मुकाबला है। वेद के लिए सीएम योगी व मुलायम परिवार की बहू अपर्णा ने रोड शो निकाल वोट मांगा तो पवन के लिए अखिलेश ने रोड शो निकाल शक्ति प्रदर्शन कर डाला। अयोध्या भले ही भाजपा का दुर्ग रहा हो, लेकिन इस बार के चुनाव को कोई हल्के में नहीं ले रहा है। यही नहीं बाकी की चारों विधानसभा में भी सीएम योगी और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव रैलियां व जनसभाएं कर माहौल बनाकर गए हैं। इसलिए मुकाबला दिलचस्प दिख रहा है।

रूदौली विधानसभा की बात करें तो यहां भाजपा प्रत्याशी रामचंद्र यादव इस बार हैट्रिक लगाने की कोशिश में दिन-रात एक कर दी है। अभी तक उनका मुकाबला सिर्फ सपा के अब्बास अली जैदी रुश्दी मियां से ही रहता था, लेकिन इस बार टिकट कटने के बाद रुश्दी बसपा से चुनाव लड़ रहे हैं। सपा ने यहां से रामचंद्र के गुरु मित्रसेन यादव के बेटे को टिकट दिया है। मैदान में तीनों धाकड़ प्रत्याशियों के उतरने के बाद यहां मुकाबला त्रिकोणीय नजर आ रहा है।

मिल्कीपुर विधानसभासीट पर पिछले चुनाव में लगभग 28 हजार से अधिक मतों से जीतने वाले भाजपा प्रत्याशी गोरखनाथ बाबा के सामने इस बार चुनौतियों का पहाड़ है। सपा प्रत्याशी व पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद यहां पिछली बार हारने के बावजूद बैठे नहीं। वह आए दिन मिल्कीपुर में ही डेरा डाले रहते थे और भाजपा नीतियों का जमकर विरोध भी किया करते थे। हालांकि यहां भाजपा प्रत्याशी के हक में योगी प्रचार कर चुके हैं।

पांचों विधानसभाओं में सबसे संवेदनशील विधानसभा गोसाईगंज ही है। यहां दो बाहुबलियों के बीच मुकाबला है। हालांकि यहां के भाजपा विधायक रहे इंद्र प्रताप तिवारी खब्बू जेल में निरुद्ध हैं, जिसके बाद पार्टी ने उनकी पत्नी आरती तिवारी को मैदान में उतारा है। सपा प्रत्याशी व पूर्व विधायक अभय सिंह भी दिन रात एक किए हैं। कई बार दोनों प्रत्याशियों के समर्थकों में गोलीबारी भी हो चुकी है। अभी हाल ही में सीएम की जनसभा के दौरान देखा गया कि खब्बू की बेटी योगी आदित्यनाथ के सामने हाथ जोड़े खड़ी थी। इसके बाद से क्षेत्र में आरती के प्रति लोगों में सहानुभूति देखी जा रही है। फिलहाल वर्चस्व की जंग का अंत यहां अब 10 मार्च को ही होगा।

विधानसभा बीकापुर में भी लड़ाई त्रिकोणीय नजर आ रही है। यहां पार्टी ने विधायक शोभा सिंह चौहान के पुत्र डॉ. अमित चौहान को टिकट देकर उन्हें विरासत सौंपी है, लेकिन यहां मुकाबला दिलचस्प नजर आ रहा है। क्योंकि यहां सपा ने फिरोज खान गब्बर को उतारा है, जो 2012 के चुनाव में बसपा की टिकट पर सपा प्रत्याशी मित्रसेन यादव से महज 1868 वोट हारे थे। वहीं बसपा ने यहां से ब्राह्मण प्रत्याशी को उतार हवा स्थिति प्रतिकूल कर दी है। देवकाली मंदिर अयोध्या के महंत सुनील पाठक जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं।

रिपोर्टर

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