अपराध नियंत्रण में सैदपुर पुलिस नाकाम, कहीं गौरक्षकों को धमकी तो कहीं बढ़ती चोरियों की वारदात

किसी भी चोरी का पर्दाफाश करने में चौकी प्रभारी नाकाम, एक बालिका के अपहरण का मामला आठ माह से दर्ज, नहीं चल सका आज तक पता ...


सैदपुर, अयोध्या ।। अपराध नियंत्रण में जिले के मवई थाना की सैदपुर चौकी प्रभारी नाकाम साबित हो रहे हैं। क्षेत्र में जहां कई चोरियां हो चुकी हैं वहीं अस्थाई गौ आश्रय केंद्र बिहारा के चौकीदारों को जान से मार देने की धमकी का मामला प्रकाश में आया है।अस्थाई गौ आश्रय केंद्र पर तैनात चौकीदार ने सैदपुर चौकी प्रभारी को शिकायती पत्र देकर बताया है कि अस्थाई गौ आश्रय केंद्र बिहारा पर ओ और उसका साथी रामदेव रात्रि ड्यूटी पर तैनात थे।कि कुछ अज्ञात गौतस्कर लोग केंद्र पर आए और गेट खोलने को कहा दोनों चौकीदारों ने गेट नहीं खोला तो तो गौतस्कर चौकीदारों को जान से मारने की धमकी देते हुए चले गए। किंतु इन गौतस्करों की तलाश चौकी प्रभारी सैदपुर के बस की बात नहीं है।क्यों कि जनवरी में इसी चौकी क्षेत्र के सुनबा गांव की एक लड़की का अपहरण हुआ था किन्तु सैदपुर चौकी प्रभारी आज तक इस अपहृत लड़की का पता नहीं लगा सके।अब तो क्षेत्र में चोरियों की वारदातें चरम पर हैं।ताज़ा सूचना के अनुसार मवई थाना क्षेत्र के सैदपुर चौकी पुलिस अपने क्षेत्र में लगातार हो रही चोरी रोकने में पूरी तरह असफल। विगत 4 दिनों में आज तीसरी बार ग्राम सैमसी में मनबढ़ चोरों ने किया हाथ साफ। सैदपुर चौकी पुलिस नही लगा पा रही कोई भी सुराग। बीते चार दिनों में दर्जनों बेसकीमती मोबाईल, पैसे व बीती रात्रि कई घरों में घुसकर चोरों ने किया हाथ साफ। पीड़ित लोग कर रहे लिखित शिकायत पुलिस के हाथ खाली।

इस संबंध में चौकी प्रभारी से संपर्क करने की तीन बार कोशिश की गई किंतु सम्पर्क स्थापित नहीं हो सका। उधर लोगों की कथित बातों पर ध्यान दिया जाए तो यह सुनने में आता है कि चौकी प्रभारी जब  शुरुआत में आए थे तब तो ठीक थे लेकिन अब एक अभिमान झलकता है। जाहिर सी बात है जो ब्यक्ति एक ही स्थान पर लंबे समय तक तैनात रहेगा वह दलालों के माध्यम से काम करेगा। वैसे भी सैदपुर पुलिस चौकी एक कमाऊ चौकी है इसकी जिला मुख्यालय से दूरी करीब 70 किलोमीटर है तो थाने से करीब 30 किलोमीटर है तो ऐसी स्थिति में तो यहां की बहुत कुछ जानकारियां थाने के प्रभारी निरीक्षक तक भी नहीं पहुंचती होंगी।इसी चौकी पर प्रभारी के रूप जय किशोर अवस्थी और मनोज कुमार प्रजापति रहे इन दोनों स्थानांतरित चौकी प्रभारी को लोग आज भी याद करते हैं।क्यों कि इन दोनों लोगों का कार्य हमेशा सराहनीय रहा। जय किशोर अवस्थी के स्थानांतरण में यहां के सत्ता पक्ष के छुटभैय्ए नेताओं की अहम भूमिका रही तो मनोज कुमार प्रजापति के पास कोई राजनीतिक पकड़ नहीं थी। वहीं यह भी सूचना मिली की सैमसी गांव में मोबाइल चोरी भी चरम पर है। लोग तो चौकी प्रभारी की लापरवाह कार्यशैली के कारण शिकायत करना भी नहीं चाहते क्यों कि शिकायत दर्ज कराने से कोई लाभ नहीं होता।अब यदि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय अयोध्या वर्तमान चौकी प्रभारी सैदपुर को यहां से हटा दें तभी क्षेत्र में दहशतगर्दी कम हो सकती है।

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