
घूस काण्ड के आरोपी लेखपाल पर नहीं हो सकी कार्यवाही
- देवराज मिश्र, ब्यूरो चीफ अयोध्या
- Jun 02, 2021
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लेखपाल को जारी होगा आरोप पत्र, मांगा गया स्पष्टीकरण ...
बीकापुर, अयोध्या ।। बीकापुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत बीकापुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत लेखपाल क्षेत्र रतनपुर तेंदुआ पर तैनात अनूप सिंह लेखपाल द्वारा जरूरतमंद काश्तकार से सुविधा शुल्क के नाम पर दो हजार रुपए ऐंठ लिए जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद ऑनलाइन समाचार अयोध्या की ओर से मामले को प्रमुखता से उजागर किए जाने के बाद जहां एक और बीकापुर तहसील प्रशासन की ओर से कार्यवाही होनी सुनिश्चित हो गई है।
वहीं दूसरी ओर विधानसभा क्षेत्र के राजनीतिक महारथी भी आरोपी लेखपाल के बचाव की जुगत में पूरी तन्मयता से जुट गए हैं।
क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा सुविधा शुल्क लिए जाने के बावजूद भी आय प्रमाण पत्र पर अपनी रिपोर्ट निर्धारित समयावधि बीत जाने के बाद लगाई गई थी। जिसके चलते काश्तकार की बेटी बाल विकास परियोजना विभाग में आंगनबाड़ी पद हेतु आवेदन पत्र प्रस्तुत नहीं कर सकी थी। पीड़ित ने एसडीएम को शिकायती प्रार्थना पत्र सौंपकर क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा सुविधा शुल्क के नाम पर वसूला गया दो हजार रुपए वापस दिलाए जाने की मांग करते हुए आरोपी लेखपाल के खिलाफ भी कार्यवाही किए जाने की मांग की थी।
इसी बीच मामला गरमाता देख क्षेत्रीय लेखपाल अपनी बचत के जुगाड़ में लग गया था और उसने शिकायतकर्ता को ही अपने प्रभाव में किए जाने का भरसक प्रयास भी किया था। ऑनलाइन समाचार अयोध्या द्वारा मामले को प्रमुखता से प्रसारित किए जाने के बाद तहसील प्रशासन बीकापुर हरकत में आया और एसडीएम केडी शर्मा ने मामले की जांच तहसीलदार बीकापुर से कराई जहां आरोपी लेखपाल के सारे कारनामे परत दर परत उजागर हुए।
इसकेेे बाद एसडीएम श्री शर्मा द्वारा आरोपी लेखपाल के विरुद्ध प्रारंभिक जांच शुरू करा दी गई साथ ही उनकेे द्वारा एक बाइट जारी कर एसडीएम द्वारा बताया गया कि आरोपी लेखपाल केे विरुद्ध आरोप पत्र जारी करते हुए उससे स्पष्टीकरण भी मांग लिया गया है। बताते चलेंं कि ब्लॉक में आंगनबाड़ी कार्यकत्री हेतु स्थान रिक्त था। जिस पर नियुक्ति हेतु आवेदन की अंतिम तिथि 16.04.2021 सुनिश्चित थी। आवेदन पत्र के साथ आय प्रमाण पत्र 46000 के नीचे प्रस्तुत करने मांग की गई थी। जिस के क्रम में परशुराम मिश्रा निवासी नुवावां बैदरा ने अपनी पुत्री नेहा का आवेदन कराना चाहा था जिसमें निवास व आय प्रमाण पत्र हेतु 02/04/2021 को जनसेवा से आवेदन किया था। पीड़ित प्रोग्राम मिश्रा का आरोप है कि हल्का लेखपाल से अपनी समस्या का वृतांत बताया। हल्का लेखपाल ने आय प्रमाण पत्र 40000 के नीचे बनाने हेतु 2 हजार रुपए सुविधा शुल्क की मांग किया तथा कहा कि मुझे अकेले नहीं लेना है। मुझे उच्चधिकारियों को भी देना पड़ता है। उनका आरोप था कि वह मामूली शिक्षित है जो हल्का लेखपाल महोदय के झांसे में आकर किसी तरह से 2 हजार रुपए की व्यवस्था करके दे भी दिया था। लेेेखपाल अनूप सिंह ने मेरी कमजोरी का नाजायज फायदा उठाते हुए आय प्रमाण पत्र 49000 का बनाा दिया जो बीते 16.04.2021 को अंतिम तिथि पर निर्गत किया गया जिसके चलते उसकी पुत्री आंगनबाड़ी कार्यकत्री की नौकरी के लिए आवेदन पत्र प्रस्तुत करने से वंचित रह गई। पीड़ित काश्तकार ने उप जिलाधिकारी बीकापुर को दिए गए शिकायती पत्र के माध्यम से क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा सुविधा शुल्क के नाम पर की गई अवैध वसूली का पैसा वापस दिलानेे की की मांग करते हुए आरोपी लेखपाल केेे विरुद्ध कार्यवाही की मांग की थी। हालांकि तहसील प्रशासन की कार्यवाही महज जांच पड़ताल एवं स्पष्टीकरण तक ही सीमित रह गई है जबकि ऐसे भ्रष्ट एवं लापरवाह कर्मी के विरुद्ध तत्काल प्रभाव से निलंबन की कार्यवाही अमल में लाई जानी चाहिए थी। तहसील प्रशासन की लचर शिकायत निस्तारण प्रणाली को लेकर अब सवालिया निशान लगने लगे हैं वहीं दूसरी ओर राजनीतिक रसूख वाले घूस कांड के आरोपी लेखपाल के बचाव में बीकापुर क्षेत्र के सत्ताधारी राजनीतिक महारथी भी पूरी तरह से जुड़ गए हैं। अब तो उक्त प्रकरण को लेकर मीडिया एवं राजनीतिक प्रभावशाली लोग आमने सामने नजर आ रहे हैं।
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