धरी रह गई प्रधान बनने की हसरत, नामाकंन पत्र रद्द होने पर रोने लगा उम्मीदवार

अमानीगंज, अयोध्या ।। प्रधानी का सपना संजोए एक उम्मीदवार को उस समय गहरा धक्का लग गया जब बुधवार को चुनाव चिन्ह का वितरण कर रहे सहायक निर्वाचन अधिकारी अमानीगंज ने बताया कि आपका नामांकन पत्र रद्द कर दिया गया है आपको चुनाव चिन्ह निर्गत नहीं किया जाएगा इतना सुनते ही वह जोर जोर से बिलखने लगा और निर्वाचन अधिकारी से नामांकन पत्र को वैध मनवाने के लिए मिन्नतें करने लगा। हालांकि निर्वाचन अधिकारी वकील वर्मा ने मतदाता सूची में भिन्न नाम होने के चलते नामांकन पत्र को वैध घोषित करने से मना कर दिया।

गद्दोपुर गांव निवासी मिथिलेश कुमार का नाम मतदाता सूची में दुर्गेश कुमार दर्ज है जिसके संशोधन के लिए बाकायदा संशोधन फार्म भरा गया लेकिन फार्म भरने के बावजूद भी मतदाता सूची में नाम संशोधित नहीं हुआ मिथिलेश कुमार के पास उनके सही नाम का मतदाता पहचान पत्र भी मौजूद है लेकिन कब और कैसे उनका नाम मतदाता सूची में गलत अंकित हो गया उन्हें इसकी जानकारी अधिसूचना जारी होने के महज कुछ दिन पहले ही हुई आनन-फानन में उन्होंने बीएलओं के पास जाकर संशोधन फार्म भर कर जमा किया। और नामांकन करते समय नामाकंन पत्र में इस बात का शपथ पत्र और बीएलओ द्वारा भरे गये संशोधन फार्म की कॉपी भी प्रस्तुत किया लेकिन निर्वाचन अधिकारी द्वारा नाम में त्रुटि के चलते उनका नामांकन पत्र खारिज कर दिया। नामांकन पत्र के खारिज होने की जानकारी मिलते ही मिथिलेश कुमार बिलखने लगें और ब्लाक के कर्मचारियों से लेकर निर्वाचन अधिकारी तक फार्म बैध करने की खूब मिन्नते भी की लेकिन उनका नामांकन पत्र बैध नहीं हो सका। और उनके प्रधान बनने की हसरत धरी की धरी रह गई। उनका आरोप है कि यदि निर्वाचन विभाग ने संशोधन फार्म भरने के बाद उनका नाम मतदाता सूची में संशोधित करा दिया होता तो उन्हें भी पंचायत चुनाव लड़ने का मौका मिल जाता।

निर्वाचन अधिकारी अमानीगंज वकील वर्मा ने बताया कि मतदाता सूची में नाम गलत होने के कारण नामांकन पत्र रद्द किया गया है। नाम गलत होने के कारण उम्मीदवार को नामांकन करते समय ही परिवार के किसी अन्य सदस्य के नाम से नामांकन करने की सलाह दी गई थी। लेकिन वह अपने नाम से ही चुनाव लड़ने पर अड़े रहे।

रिपोर्टर

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