राशन कार्ड को लेकर पीड़ित बेसहारा महिला को मिला न्याय

मिल्कीपुर, अयोध्या ।। मिल्कीपुर ब्लाक क्षेत्र के अस्थना गांव निवासी विधवा बेसहारा महिला नारायन देई को आखिरकार उसका राशन कार्ड आपूर्ति विभाग की ओर से जारी कर दिया गया है। आखिरकार बड़ी फजीहतों के बाद खाद्य एवं रसद विभाग अयोध्या के अधिकारी नींद से जागे और पीड़ित महिला न्याय मिल सका।

बताते चलें कि मिल्कीपुर ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत अस्थना के पात्र गृहस्थी राशन कार्ड सूची में क्रमांक 266 पर राशन कार्ड संख्या 2177 4040 1034 महिला नारायन देई के नाम दर्ज था। महिला का आरोप है कि पहले उसके राशन कार्ड से इकलौते बेटे का नाम काट दिया गया इसके उपरांत उसके पति और मां का नाम अभद्र गालियों का इस्तेमाल करते हुए राशन कार्ड में फीड कर दिया गया था। महिला को अपने राशन कार्ड में पति और मां के नामों में हेराफेरी करते हुए अभद्र गालियों भरे शब्दों का इस्तेमाल किए जाने की जानकारी गांव के कुछ लोगों द्वारा दी गई। जिसके बाद कार्ड धारक महिला नारायन देई के होश उड़ गए थे। बीते 11 फरवरी की रात करीब 10 बजे महिला के उक्त राशन कार्ड में की गई छेड़छाड़ और अभद्र फील्डिंग की जानकारी मिलते ही सप्लाई इंस्पेक्टर मिल्कीपुर लालमणि द्वारा उपरोक्त राशन कार्ड पात्रता सूची से डिलीट करवा दिया गयाा था। महिला के राशन कार्ड में अभद्र अपशब्दों का प्रयोग करते हुए पति और मां का नाम फीड किए जानेे का का मामला मीडिया के संज्ञान में आने के बाद चर्चा में आ गया।

पत्रकारों ने मामलेे को प्रमुखता सेेे उजागर किया तब पूर्ति निरीक्षक मिल्कीपुर नींद से जागे थे और वह 3 दिन पूर्व सीधे पीड़ित महिला के घर पहुंचे। उन्होंने महिला नारायनदेई से राशन कार्ड बनाए जाने में आवश्यक कागजात प्राप्त किए थे। शनिवार को पीड़ित महिला को पात्र गृहस्थी योजना का नया राशन कार्ड संख्या 217741257970 के तहत जिसमें महिला के मां का नाम विद्यावती एवं पति का नाम गणपत एवं उसके बेटे का नाम रामपाल दर्ज करते हुए पूर्ति निरीक्षक कार्यालय मिल्कीपुर के कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद कुमार द्वारा पीड़ित महिला को सौंपा गया।

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