
ग्राम प्रधान व कोटेदार पर लगा भ्रष्टाचार का आरोप
- देवराज मिश्र, ब्यूरो चीफ अयोध्या
- Jul 15, 2020
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ग्राम सभा करेरु में चरम पर है भ्रष्टाचार ...ग्राम प्रधान व कोटेदार मस्त जनता त्रस्त
सोहावल, अयोध्या ।। जनपद के सोहावल ब्लॉक अंतर्गत आता है ग्राम सभा करेरु जहां की जनता ग्राम प्रधान व कोटेदार से त्रस्त हो चुकी है। गांव के लोगों द्वारा कई बार ग्राम प्रधान व कोटेदार की शिकायत की जा चुकी है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती।
ग्राम प्रधान द्वारा कुछ इस तरीके कार्य होते हैं यहां उन लोगों को आवास दिए जाते हैं जो कि जमीनों का बैनामा लेने में सक्षम है। पात्र लोगों को कर दिया जाता है आपात्र इस गांव में उन लोगों का मनरेगा जाबकार्ड बनाया जाता है जो कि लखपती है जो कभी काम करने नहीं जाते उनकी चढ़ाई जाती है मजदूरी।
ग्राम प्रधान पुत्र व उनके भाई सहित कई बड़े लोगों को बनाया गया है मनरेगा जाबकार्ड इस गांव में लगभग छह सौ शौचालय कागजों पर दर्ज है लेकिन मौके पर देखा जाए तो तीन सौ भी शौचालय चालू हालत मे नहीं है। ग्राम प्रधान पर कई बार बीस हजार रुपये लेकर आवास देने का आरोप भी लग चुका है जिसकी ब्लॉक स्तर पर शिकायत भी की की गई थी। यहां तक कि कई न्यूज चैनलों ने इसकी खबर भी चलाई थी लेकिन सबूत न होने के कारण ग्राम प्रधान बच गए।
सूत्रों के अनुसार खबर है कि जो काम ग्राम सभा मे किया ही नहीं गया उसका भी निकाला जा चुका है पैसा। ब्लॉक स्तर पर प्रधान के खिलाफ कई शिकायतें हुई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई एक बार तो ऐसा भी हुआ है कि जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की गई तो ग्राम सभा की जांच उसी गांव के पंचायत सचिव को दे दी गई। और तो और पंचायत विभाग में राजस्व बिभाग की रिपोर्ट पोर्टल पर लगा दी गई। अब बात करते हैं ग्रामसभा कोटेदार की वैश्विक महामारी कोरोना में लॉक डाउन के दौरान सरकार द्वारा आदेश हुआ कि जॉब कार्ड धारकों को निशुल्क राशन उपलब्ध कराया जाए। लेकिन कोटेदार ने उस समय लोगों से पैसा लेकर राशन दिया।
गांव के ही एक व्यक्ति ने जब इसकी शिकायत की तो लोगों का पैसा घर घर जाकर वापस किया गया। और आपूर्ति विभाग सोहावल के अधिकारी कोटेदार पर इस कदर मेहरबान है कि शिकायत किसी दूसरे मामले की की गई और जांच किसी दूसरे मामले की हुई। बात यहीं पर समाप्त नहीं होती है ग्राम सभा करेरु में मिट्टी का तेल 40रुपये लीटर दिया जाता था। लेकिन जब इसकी शिकायत हुई और किसी व्यक्ति ने लोगों से मिट्टी के तेल का दाम पूछते हुए वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया तो कोटेदार घर घर जाकर लोगों का पैसा वापस किया। लेकिन कोटेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नही हुई।
लोगों का मानना है कि अधिकारियों के साथ सत्ता पक्ष के लोग भी कोटेदार व ग्राम प्रधान पर मेहरबान है। यही नहीं कुछ लोगों का मानना है कि स्थानीय मीडिया के लोग भी ग्राम प्रधान व कोटेदार का साथ दे रहे हैं। जिससे ग्राम सभा के लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है गांव के ही कुछ लोग जिला स्तर पर मीडिया जगत में काम करने वाले लोगों से संबंध साध रहे हैं। जिससे कि इस मामले को संज्ञान में लाया जा सके।
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