
भिवंडी मनपा में तबादलों का संग्राम ?
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Sep 03, 2025
- 99 views
74 कर्मचारियों के स्थानांतरण पर यूनियन ने जताया कड़ा विरोध, नियमों के उल्लंघन का आरोप
भिवंडी। भिवंडी-निजामपुर शहर महानगरपालिका में 74 कर्मचारियों के हालिया तबादलों ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। अखिल महाराष्ट्र जनरल कामगार यूनियन ने इस कदम को नियमों के विरुद्ध बताते हुए तीव्र आपत्ति दर्ज की है। संगठन का कहना है कि कई तबादले मनमाने ढंग से किए गए हैं, जिससे प्रशासनिक कामकाज और नागरिक सेवाओं पर सीधा असर पड़ेगा। यूनियन अध्यक्ष महेंद्र एस. कुंभार ने आरोप लगाया कि जिन कर्मचारियों का टैक्स वसूली में प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा, उन्हें फिर से टैक्स विभाग में ही स्थानांतरित करना अनुचित है। उनके मुताबिक, ऐसे कर्मचारियों को पालिका मुख्यालय के लिपिक या प्रभारी लिपिक पदों पर नियुक्त किया जाना चाहिए था,जबकि मुख्यालय में कार्यरत लिपिकों को वसूली विभाग में भेजा जाता तो टैक्स वसूली में बढ़ोतरी हो सकती थी। संगठन ने यह भी दावा किया कि कई जरूरी विभागों में कामकाज संभाल रहे कर्मचारियों को हटाने से विभागीय कार्य बाधित होगा और आम नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। कुंभार ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ कर्मचारियों के तबादले राजनीतिक दबाव में रद्द कर दिए जाते हैं और उन्हें दोबारा उसी पद पर बैठा दिया जाता है। यूनियन का कहना है कि अगर ऐसा होता है तो यह नियमों का खुला उल्लंघन है और संबंधित कर्मचारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। यूनियन ने महाराष्ट्र नागरी सेवा (वर्तन) नियम 1979 का हवाला देते हुए स्पष्ट किया कि बिना उचित कारण बताए तबादले करना नियमों के खिलाफ है। संगठन का साफ रुख है कि अगर एक भी कर्मचारी की बदली रद्द की जाती है तो पूरे तबादला आदेश को रद्द करना पड़ेगा। अब भिवंडी मनपा प्रशासन के लिए यह मामला चुनौती बन चुका है। यूनियन के विरोध के चलते कर्मचारियों और प्रशासन के बीच तनाव और गहरा गया है। आने वाले दिनों में यह टकराव किस मोड़ पर जाएगा, इस पर सबकी नजरें टिकी हैं।
रिपोर्टर