
आपसी सौहार्द्र की भावना को कायम रखने में होली के त्यौहार की महत्वपूर्ण भूमिका: संत प्रकाश दास
- संदीप मिश्र, ब्यूरो चीफ जौनपुर
- Mar 11, 2023
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शाहगंज।। सुईथाकला विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत शांति साधना आश्रम में होली के त्यौहार के शुभ अवसर पर फगुआ गीत का आयोजन हुआ।आश्रम के महंत संत प्रकाश दास जी महाराज ने आध्यात्मिक जीवन में होली के महत्व बताते हुए कहा कि भगवान नारायण के वामन अवतार के समय राजा बलि की बहन को दिए गए वचन को पूरा करने के लिए द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण ने पूतना का वध किया था।इसी खुशी में गोकुल वासियों ने होली मनाई थी तभी से यह त्यौहार प्रचलित है।युगों- युगों से होली का यह त्यौहार मनाया जाता रहा है। इसके अतिरिक्त भक्त प्रहलाद के पिता हिरण्यकश्यप की बहन होलिका के अग्नि में जलने से भक्त की रक्षा हुई तभी से यह त्यौहार प्रचलन में है।उन्होंने कहा कि इस त्यौहार से धर्म की रक्षा,अधर्म का नाश, समाज पर कुरीतियों, विसंगतियों को दूर करने का रहस्य भी जुड़ा हुआ है।उन्होंने कहा कि मनो की दूरियां समाप्त हों और ईश्वर से नाता जोड़ कर मनुष्य प्रभु के सच्चे रंग में रंग जाए यही सच्ची होली मानी जा सकती है।उन्होंने कहा कि सांसारिक रंग क्षणभंगुर हैं और ईश्वर का ही बेरंग वाला रंग ही सच्चा है।उन्होंने कहा कि यह वही भक्ति का रंग है जो मीराबाई, कबीर,तुलसीदास, ध्रुव ,प्रहलाद, शबरी, हनुमान जी जैसे भक्तों की आत्मा पर चढ़ गया जिसका असर कभी नहीं उतरा।उन्होंने आम जनमानस से 'उड़ने दो रंगों को इस बेरंग जिंदगी में ,एक त्यौहार ही तो हैं जो हमें रंगीन बनाते हैं। ' शेयर के माध्यम से भक्ति, त्याग,वैराग्य तथा ईश्वर के प्रति एकनिष्ठ भाव से युक्त होकर जीवन जीने का आह्वान किया।मौके पर डा. रामकेश यादव, डा.राजमणि , विजय कुमार (ढोलक वादक ),कमलेश श्रीवास्तव (हारमोनियम वादक) सोभनाथ,रमेश यादव,रामकेवल बिंद,सुरेश गुप्ता ,राम नारायण यादव सहित भारी तादाद में श्रद्धालु, क्षेत्रवासी एवं भक्तगण उपस्थित रहे।
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