रामजी संदेह नहीं ,विश्वास से मिलते हैं : आचार्य राघव जी

जौनपुर ।। जनपद जौनपुर के पश्चिमोत्तर छोर पर स्थित सुईथाकला - विकासखंड के समोधपुर गांव में स्थित बाबा रामयज्ञ दास जी महाराज की कुटी के नाम से प्रसिद्ध श्री राम जानकी मंदिर पर रामकथा के पहले दिवस पर आचार्य राघव जी ने रामचितमानस में भगवान शिव जी तथा माता सती जी के प्रसंग का मार्मिक चित्रण करते हुए बताया कि माता सती किस प्रकार से भगवान शिव जी की बातों का विश्वास न करके हुए राम जी के परमेश्वर होने पर संदेह करती हैं और परिणाम स्वरूप उन्हें भयंकर  मानसिक पीड़ा से गुजरना पड़ा।   

उन्होंने याज्ञवल्क्य भारद्वाज ऋषि संवाद के सार  पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिस प्रकार सर्वज्ञ होते हुए भी अज्ञानी  बन कर भारद्वाज ऋषि  ने प्रयागराज में याज्ञवल्क्य जी , कागभुशुंडी जी से गरुड़ जी ने अपना संदेह दूर करने के उद्देश्य से , राम कथा सुनने के लिए निवेदन किया ,उसी प्रकार से प्रत्येक मनुष्य को अहंकार छोड़कर अज्ञानी बनकर राम कथा श्रवण करनी चाहिए।

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