
सोशल मीडिया पर सक्रिय है साइबर ठगों का गिरोह ,आम जनता हो रही ठगी का शिकार
- संदीप मिश्र, ब्यूरो चीफ जौनपुर
- Dec 05, 2021
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जौनपुर समाचार
आजकल डिजिटल मीडिया के जमाने में फेसबुक, इंस्टाग्राम तथा व्हाट्सएप पर फर्जी अकाउंट बनाकर ठग लोग साइबर अपराध की घटनाओं को अंजाम देने में लगे हैं।
सोशल मीडिया वर्तमान समय में जहां अच्छे लोगों के लिए लाभदायक है वहीं साइबर ठगों के लिए आमदनी का हब बन चुका है और साइबर ठगी करने वाले चोर आम जनमानस को गुमराह करके ठगी का शिकार भी बना रहे हैं । सोशल मीडिया के अनेकों प्लेटफार्म पर फर्जी अकाउंट बनाकर साइबर ठगों द्वारा आम जनता को धोखाधड़ी का शिकार बनाकर उनका आर्थिक शोषण करने का खेल बहुत व्यापक स्तर पर हो रहा है। भोली भाली जनता इन सभी के प्रलोभन में आकर लुट जाती है। ये दोस्ती करना तथा अन्य विभिन्न तरीकों से आम जनता में अपनी पैठ बनाते हैं जिसके बाद लूटने का कार्य बहुत आसानी से करते हैं । जनता की शिकायत के बावजूद भी इस तरह की ठगी का खुलासा करने में सरकार का प्रशासनिक अमला पूर्णतः नाकाम साबित हो रहा है जिससे आम जनमानस साइबर अपराध की ठगी का शिकार होने से बच नहीं पा रही है तथा साइबर ठग लोगों का मनोबल बढ़ता ही जा रहा है । नित्य प्रति नई नई घटनाएं सामने आ रही हैं। आजकल ये ठग फेसबुक, इंस्टाग्राम तथा व्हाट्सएप पर मर्चेंट नेवी की डायरेक्टर जूलिया एलशेल्डर बनकर तमाम लोगों को पहले फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं फिर धीरे-धीरे विभिन्न प्रकार से जनता को गुमराह करके अपना परिचय और संबंध की आड़ में विश्वास जीतकर किसी न किसी प्रकार से षड्यंत्र रच कर उनसे बड़ी रकम में पैसे की मांग करके चूना लगा देते हैं। ये फर्जी अकाउंट यूजर अपने आप को संयुक्त राज्य अमेरिका की मर्चेंट नेवी की डायरेक्टर बताते हैं और मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंच कर $75000 के डिमांड ड्राफ्ट चेक का रजिस्ट्रेशन और क्लीयरेंस के नाम पर किसी से 45500 रुपए तो किसी से 15000 और किसी से ₹10000 की मांग करते हैं। +1(917)985-6104 नंबर के कोड से लगता है कि यह मोबाइल नंबर संयुक्त राज्य अमेरिका का है जिससे व्हाट्सएप पर चैटिंग के माध्यम से लोगों को मूर्ख बनाकर धोखाधड़ी का शिकार बनाया जाता है।कभी कभी 92 8944 8141 मोबाइल नंबर से भी कॉल करके आम जनमानस को गुमराह कर धोखाधड़ी का शिकार बनाया जाता है। लोगों से अलग अलग बैंक खातों में पैसे को डिपॉजिट कराया जाता है। साइबर अपराध को अंजाम देने वाले ठग, खाता संख्या 12870100018 226, आईएफएससी कोड BARBOUTTAMX तथा दूसरे खाता संख्या 78730100023613.
IFSC CODE:BARB0UJDIMA
में जमा कराते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनसुनवाई पोर्टल पर उपरोक्त दोनों मोबाइल नंबरों को सर्विलांस के जरिए उनका लोकेशन ट्रेस करने व दोनों खाताधारकों के खातों का पूरा डिटेल सीबी सीआईडी जांच की मांग करके आम जनमानस को साइबर ठगी का शिकार होने से बचाने के लिए कार्रवाई करने और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की शिकायत की गई है जिससे साइबर अपराध अपराध पर लगाम लग सके और सोशल मीडिया पर सक्रिय साइबर ठगों के बड़े गिरोह का पर्दाफाश हो सके। यदि इस प्रकार की गतिविधियों पर ठोस कार्रवाई होती है तो साइबर अपराध में कमी आएगी और बड़े पैमाने पर चल रहे गिरोह का भंडाफोड़ होगा। यद्यपि उपरोक्त मामले में पुलिस अधीक्षक जौनपुर को जांच सौंपी गई है किंतु अब देखना है कि पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी की पुलिस अपराधियों तक पहुंचने में कितना सफल होती है
वैसे तो आजकल पुलिस ना तो पीड़ित आम जनता की सुनते हैं, और ना ही पत्रकारों की सुनते हैं। अब कार्रवाई की इतनी बड़ी उम्मीद उनसे किस प्रकार की जा सकती है ? फिर भी इस तरह की घटनाओं को रोकने में जौनपुर पुलिस कहां तक सफल होती है, यह तो साइबर ठगी करने वाले गिरोह के पर्दाफाश पर निर्भर करेगा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीरो टॉलरेंस की नीति के दावों की भी हकीकत का पता चल सकेगा ।।
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