पैसों के लालच मे कानून नियमो का उल्लंघन कहें या ठेंगा❓2017 से लेकर आज तक, मुंबई के चर्चित अग्निकांड

मुंबई।। गगनचुंबी इमारतों से तालमेल बैठाती एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती (Slum Colony) धारावी वाले शहर मुंबई (Mumbai) में अगर कुछ कीमती है तो वो है जगह। अक्सर इस जगह की जरूरत या इसे समेटे रखने का लालच सुरक्षा को नजर अंदाज कर देता है और भविष्य में इसके बुरे परिणाम भुगतने पड़ते हैं। अग्नि सुरक्षा नियामकों को धता बताते हुए लोग उन इमारतों में रहना नहीं छोड़ते हैं जिसे सरकार और प्रशासन पहले ही ना रहने लायक घोषित कर चुके हैं. इसी तरह मुंबई (Mumbai Fire News) में अनाधिकृत बस्तियां मशरूम की तरह पनपती जा रही हैं। इस तरह कानून और नियमों की अवहेलना करने का परिणाम यह निकलता है कि भयानक घटनाएं घटती हैं। मुंबई हाल ही में ऐसी दो घटनाओं की वजह से खबरों में रहा है- जिसमें एक इमारत के ढहने और दूसरी आग लगने की वजह से हुई।

माया नगरी में आग लगने की घटनाएं काफी चिंताजनक हैं। आग का खतरा सिर्फ रिहाइशी इलाकों पर नहीं है बल्कि ऐसी इमारतें जहां दफ्तर हैं वो भी इस खतरे से बाहर नहीं हैं। दुर्भाग्य से, पिछले कुछ सालों में मुंबई में ऊंची इमारतों और भीड़ भाड़ वाली जगहों पर कई बार आग लगने की घटनाएं देखी गई हैं। पर आज तक कुछ बदला नहीं। हाला ही में मुबंई की एक आग की घटना का दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया दक्षिणी मुंबई में एक इमारत में आग लग जाने के बाद एक 30 वर्षीय शख्स अपनी बॉलकनी से रोड की तरफ लटकता हुआ दिखाई दिया। वायरल वीडियो में वह कुछ देर बाद नीचे गिरता हुआ नजर आया। ऐसा पहली बार नहीं है जब मुंबई इस तरह की दिल दहला देने वाली घटनाओं का गवाह बना हो। आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ हैरान करने वाली घटनाओं के बारे में-

भांडुप अस्पताल में आग 2021 में, जब हम महामारी से जूझ रहे थे, मुंबई में दस मरीज आग लगने की वजह से मारे गए। ये मरीज मुंबई के एक अस्पताल में थे जहां उनका कोरोना का इलाज चल रहा था। आग आधी रात के दौरान भांडुप के ड्रीम्स मॉल बिल्डिंग में मौजूद सनराइज अस्पताल में लगी थी। घटना के तुरंत बाद 20 अग्निशमन गाड़ी, 15 पानी के टैंक और एंबुलेंस मौके पर पहुंची। ज्यादातर मरीजों को बाहर निकाला गया और दूसरे अस्पताल में पहुंचाया गया। शुरुआत में अस्पताल प्रशासन ने कहा कि किसी की भी जान नहीं गई है हालांकि बाद में पता चला कि इस घटना में करीब 10 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी।

बांद्रा एमटीएनएल बिल्डिंग में आग 2019- इसी तरह बांद्रा में एमटीएनएल की इमारत में 2019 में भीषण आग लगी थी। जिसमें करीब 100 लोग फंस गए थे। ज्यादातर इस ऊंची इमारत की छत पर पहुंच गए थे जो फायर ब्रिगेड के पहुंच कर हालात पर काबू पाने का इंतजार करने लगे थे। यह घटना दोपहर तीन बजे घटित हुई थी। गनीमत है कि फायर ब्रिगेड ने समय रहते हालात पर काबू पा लिया था और सभी फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था।

गोरेगांव की आग 2018-मुंबई के गोरेगांव में 30 मई को टेक्नीक प्लस वन इमारत में आग लगने की वजह से 5 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना में करीब 100 मजदूर भी फंस गए थे जिन्हें बाद में बचा लिया गया था। मीडिया रिपोर्ट बताती है कि इलाज के दौरान भी चार से पांच लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी।

साकी नाका की आग 2017-मुंबई के साकी नाका में एक चाय नाश्ते के होटल में भयानक आग लगी, जिसमें करीब 12 लोगों की जान चली गई थी, यह घटना 18 दिसंबर को सुबह सुबह खैरानी रोड पर स्थित माकड़िया कंपाउड में घटी थी। सभी घायलों को तुरंत पास के राजावड़ी अस्पताल ले जाया गया था जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था। मरने वालों में वो लोग शामिल थे जो इस कम्पाउंड में काम करते थे इसलिए वो आग से बच नहीं सके थे।

कमला मिल की आग 2017- संभवत ये मुंबई में हाल में घटी घटनाओं में सबसे भयावह है, ये घटना 29 दिसंबर, 2017 को कमला मिल्स के प्रांगण में स्थित मोजोज बिस्त्रो पब और 1 एबव रेस्त्रा में घटी थी। जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे। पुलिस के मुताबिक आग 12.30 बजे 1 एबव रेस्टोबार में लगी और तेजी से फैली और उसने अंदर के शामियाने को अपनी गिरफ्त में ले लिया। इसी से सटा हुआ मोजोज बिस्त्रो भी आग के घेरे में आ गया, दोनों ही रेस्त्रां इमारत के सबसे ऊपर के माले पर मौजूद थे। दोनों ही रेस्त्रां के छत वाले हिस्से पर जहां खाने की व्यवस्था थी वहां तक केवल लिफ्ट के जरिए ही पहुंचा जा सकता था। इस इमारत के दूसरे हिस्से में पांच मीडिया हाउस भी हैं, आग वहां तक भी पहुंची थी जिस पर काबू पा लिया गया था।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट