भगवान की शरण में गए बिना जिव का कल्याण नहीं - पं. चंद्रभूषण

भदोही। डीघ ब्लाक के गंगापुर तलिया मे चल रहे संगीतमय श्रीमद्भागवत प्रवचन मे पं चन्द्रभूषण महराज ने कहा कि मानव जीवन का प्रमुख लक्ष्य भगवतप्राप्ति है, जीव का कल्याण बिना भगवान की शरण मे गये बिना नही होगा। भगवान की शरणागत हो जाने से जीव को संसार के किसी भी बंधन का  प्रभाव नही पड़ता केवल परमात्मा प्राप्ति वह मोक्ष ही जीवन का परम लक्ष्य होता है। कहा कि लोग मानव जीवन पाकर  के भी मोक्ष की बात तो भूलकर मानवता का भी कार्य नही करते। कुछ लोग तो ऐसे है कि खूब पूजा-पाठ, व्रत, उपवास, दान करते है लेकिन उनके माता-पिता घर पर रहने के बावजूद भी एक लोटा पानी के लिए परेशान रहते है।तो ऐसे लोग न तो इस लोक और न ही परलोक मे भगवान की कृपा पाते है। कहा कि माता-पिता  ही विश्व के सबसे बड़े देवी देवता है, माता-पिता की सेवा करने भागवत कृपा के साथ-साथ मोक्ष की भी प्राप्ति होती है। इस मौके पर सुरेन्द्र पाण्डेय, रामश्रृंगार पाण्डेय, लक्ष्मीशंकर, रविंद्र पाण्डेय समेत काफी संख्या मे भागवत श्रोता मौजूद रहे।

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