टीवी न्यूज चैनल से ना खुश है - किसान आंदोलनकारी

मुंबई।। केन्द्र की मोदी सरकार की ओर से बनाए गए कृषि कानूनों को लेकर किसानों में खासी नाराजगी है, जो अब किसान आंदोलन में खुलकर सामने आ रही है। किसान आंदोलन में दिल्ली आ रहे किसानों को मीडिया लगातार कवर कर रहा है, लेकिन किसान आंदोलनकारी खुश नहीं हैं, क्यों?

किसानों के आंदोलन को राजनीतिक रंग देने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं। किसानों की आशंकाएं, समस्याएं समझने के बजाए, केन्द्र के कृषि कानूनों के कथित फायदे गिनाने पर मीडिया ज्यादा फोकस है। किसान आंदोलन का कवरेज मोदी सरकार के नजरिए को ध्यान में रख कर किया जा रहा है।विभिन्न टीवी चर्चाओं में एंकर मोदी सरकार के प्रतिनिधि की तरह सवाल-जवाब कर रहे हैं।

जाहिर है, यह सबको साफ नजर आ रहा है, लिहाजा इसका कोई नकारात्मक असर किसान आंदोलन पर नहीं हुआ और किसान दिल्ली पहुंचने में कामयाब रहे हैं। आश्चर्य की बात है कि यह देश के पांच सौ से ज्यादा किसान संगठनों का आंदोलन है, लेकिन इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है।

रिपोर्टर

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