
भिवंडी में विकास के नाम पर लाखों रुपये का चूना
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Jul 24, 2025
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हजारों स्क्वेयर फुट में अवैध गोदाम निर्माण पर मनपा खामोश
प्रशासक राज में बेलगाम हुआ अवैध निर्माण, मनपा की राजस्व आय पर संकट
भिवंडी। भिवंडी महानगरपालिका क्षेत्र में इन दिनों 'विकास' की आड़ में अवैध निर्माण का धंधा जोरों पर है। प्रभाग समिति क्रमांक दो अंतर्गत भादवड़ गांव की जमीन पर बिना किसी अधिकृत अनुमति के हजारों स्क्वेयर फुट में गोदाम और वेयरहाउस का अवैध निर्माण किया जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि मनपा पर फिलहाल एक युवा आईएएस अधिकारी का प्रशासनिक नियंत्रण है, बावजूद इसके अवैध निर्माण पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। समाजसेवी परमेश्वर संपतराव अंभोरे ने मनपा आयुक्त अनमोल सागर को इस बाबत लिखित शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि भादवड़ गांव के सर्वे नंबर 60/1, 60/2/1 से लेकर 60/6/2/ब और 37/1/1, 37/2/1 तक की करीब 20 से 25 हेक्टेयर जमीन पर बिना अनुमति गोदामों का निर्माण धड़ल्ले से जारी है। आरोप है कि इन अवैध निर्माणों के पीछे पूर्व नगर आयुक्तों की मिलीभगत है और उनमें से एक की इन वेयरहाउस में हिस्सेदारी भी बताई जा रही है। शिकायत में यह भी उल्लेख है कि जिस जमीन पर निर्माण हो रहा है, वह मनपा द्वारा आरक्षित घोषित की गई है, फिर भी अब तक कोई कार्रवाई न होना सवाल खड़े करता है। नगर रचना विभाग से जब इस निर्माण के संबंध में जानकारी ली गई तो विभाग ने स्पष्ट किया कि उक्त गोदामों को किसी भी प्रकार की अधिकृत अनुमति नहीं दी गई है। यानी यह निर्माण पूरी तरह गैरकानूनी है। प्रभाग समिति क्रमांक दो के प्रभारी सहायक आयुक्त माणिक जाधव से जब प्रतिक्रिया लेनी चाही गई, तो उनसे संपर्क नहीं हो सका। अंभोरे का कहना है कि भिवंडी मनपा पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रही है और अब अगर आरक्षित जमीनों पर अवैध निर्माण जारी रहा तो भविष्य में संभावित राजस्व स्रोत पूरी तरह समाप्त हो जाएंगे।वहीं उन्होंने मांग की है कि मनपा आयुक्त इस मामले की गहराई से जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करे, ताकि शहर में कानून व्यवस्था की गरिमा बनी रहे और सरकारी जमीनों का दुरुपयोग रोका जा सके।
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