जयमंगला गढ़ मन्दिर निर्माण पर वन विभाग द्वारा रोक लगाने से लोगों में रोष

बेगूसराय ब्यूरो चीफ दयानंद कश्यप की रिपोर्ट

मंझौल ।। बेगुसराय जिला के आस्था का केंद्र जयमंगलागढ़ मन्दिर निर्माण  को वन विभाग द्वारा रोके से आम जनता में काफी रोष देखा जारहा है। 

 जदयू के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष चितरंजन सिंह  ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि जिला वन पदाधिकारी बेगूसराय द्वारा माता जय मंगलम मंदिर जो आदि शक्ति है उसके निर्माण कार्य को रोकने का आदेश देकर बचकाना हरकत की है। उन्हें उनके कार्यालय में सारे कागजात उपलब्ध हैं उसका सूक्ष्म अध्ययन के बाद इस तरह के धार्मिक उन्माद पैदा होने वाले आदेश के पहले कागजात का अध्ययन एवं  बेगूसराय जिलाधिकारी के बिना परामर्श के बयान पर दुख प्रकट किया । भविष्य में ऐसे गंभीर मामले में उच्चस्तरीय पदाधिकारी से बिना अनुमति के बयान देने से परहेज करनी चाहिए। श्री सिंह ने कहा कि वर्ष 2017 में माननीय मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में सामुदायिक भवन जयमंगलागढ़ में बैठक में निर्णय लिया गया की वर्तमान में 15000 एकड़ की जगह मात्र 3000 एकड़ जमीन  ली जाए इसके लिए  बिहार सरकार द्वारा भारत सरकार को पत्र दिया गया जो केंद्र सरकार के किसान विरोधी नीति के करण लंबित है उसमें जय मंगल गढ़ मंदिर के ऊपरी हिस्से को छोड़ने की बात कही गई है , जिला वन पदाधिकारी को बातों की जानकारी रखनी चाहिए । मंदिर निर्माण का कार्य कोर्ट के आदेश से चल रहा है, उसके रोकने का अधिकार केवल कोर्ट को ही है। आगे उन्होंने ने कहा कि जिला प्रशासन अबिलम्ब इस समस्या का निदान की ओर पहल करे अन्यथा क्षेत्र की जनता अपने आस्था के केंद्र जयमंगला मन्दिर निर्माण हेतु आंदोलन हेतु बाध्य हो जायेगी।

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