
पुलिस टीम ने 48 घंटे मे किया अंधे कत्ल का पर्दाफाश
- राजेंद्र यादव, ब्यूरो चीफ, मध्यप्रदेश
- Nov 29, 2023
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पचोर ।। थाना पचोर क्षेत्रांतर्गत उदनखेडी टोल के पास सडक किनारे खडे अज्ञात वाहन मे एक व्यक्ति का शव मिलने से क्षेत्र मे सनसनी फैल गई वहीं पुलिस टीम ने लगातार प्रयास कर अंधे कत्ल की गुत्थी 48 घंटे के भीतर सुलझा लिया। प्रथम दृष्टया मामला हत्या का होने से सूचना मिलते ही जिला पुलिस अधीक्षक श्री धर्मराज (भापुसे) द्वारा प्राथमिकता से संज्ञान लेकर अपराध से जुडे लोगो को हर संभव प्रयास कर गिरफतार करने के निर्देश पुलिस टीम को दिये गये, मामला हत्या का होने से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री आलोक कुमार शर्मा एवं अनुविभागीय पुलिस अधिकारी सारंगपुर श्री अरविंद सिंह के निर्देशन में एवं थाना प्रभारी पचोर निरीक्षक आकांक्षा शर्मा के नेत़त्व में तत्काल टीम तैयार की गई ओर तकनीकी सहयोग हेतु जिले की सायबर टीम एवं मुखबिर तंत्र को काम पर लगाया गया, वहीं पुलिस टीम ने भी परत दर परत साक्ष्यो को खंगालकर आखिरकार सफलता प्राप्त कर ही ली । फरियादी अमित शर्मा निवासी इंदौर कि सूचना पर थाना पचोर मे अपराध 570/23 धारा 302, 201 भादवि. के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया ।
घटना का विवरण’
दिनांक 26.11.2023 की रात्री मे 100 डायल पर शाजापुर मक्सी तरफ से एक संदिग्ध वाहन के आने का इवेंट प्राप्त हुआ जिस पर 100 डायल की टीम ने तत्परता के साथ उदनखेडी टोल पर वैरिकेटिंग कर उक्त वाहन को रोकने की कोशिश की परंतु वाहन के चालक ने पुलिस को देखकर अपना वाहन उल्टी दिशा मे दौडा दिया। पुलिस टीम ने कुछ दूर उक्त वाहन का पीछा भी किया मगर शातिर अपराधी वाहन छोडकर अंधेरे और बारिश का फायदा उठाकर खेतो मे भाग गये । चूंकि उक्त वाहन मे जीपीएस लगा होने से वाहन का मालिक भी कुछ ही देर मे मौके पर पहुंच गया, वाहन की डिक्की खोलकर देखने पर उसमें एक व्यक्ति का शव होना पाया गया जिसकी पहचान उसके भाई द्वारा अंकित शार्मा पिता कांताप्रसाद शार्मा के रूप में की जिसकी अज्ञात लोगों ने हत्या कर उसे गाडी में छोडकर भाग गये ।
फरियादी अमित शर्मा ने बताया कि मेरा भाई अंकित पर्सनल बुकिंग पर गाडी चलाता है , अंकित ने फोन पर बताया था कि उसके पास उज्जैन की बुकिंग है और वह 3 बजे तक वापस आ जाएगा यह बोलकर मेरा भाई घर आया घर के सामने गाडी खडी कर खाने का टिफिन लेकर चला गया उस वक्त दो व्यक्ति गाडी में बैठे थे मेरी गाडी में GPS लगा हुआ है रात 9 बजे करीब मैंने अंकित को फोन लगाया तो अंकित ने बताया कि अभी तो महाकाल पार्किंग में गाडी लगाई है। इसके बाद मैंने 11 बजे अपने मोबाइल से गाडी का GPS चैक किया तो पता चला कि मेरी गाडी इन्दौर तरफ न आकर मक्शी तरफ जा रही है तभी मैंने अंकित को फोन लगाया तो फोन 3 - 4 बार काटा गया इसके बाद फोन बंद हो गया फिर मैंने 100 नम्बर सारंगपुर को कम्पलेंट किया ।
मामले की विवेचना के दौरान आरोपियों की तलाश करने हेतु सीसीटीव्ही फुटेज खंगाले गये एवं वाहन की जीपीएस लोकेशन के आधार पर विभिनन स्थानों का पीएसटीएन डंप लिया गया गया वहीं जिले से टीमों को इंदौर, उज्जैन तरफ भेजा गया जिन्होने सीसीटीव्ही में उक्त वाहन के इंदौर एवं उज्जैन में होने की पुष्टि भी की वहीं तकनीकी मदद के आधार पर पुलिस टीम का एक संदिग्ध व्यक्ति के मोबाईल नंबर के बारे में जानकारी प्राप्त हुई जो लगातार इंदौर से उज्जैन शाजापुर होते हुए राजगढ की ओर आने की जानकारी प्राप्त हुईा
विवेचना के दौरान उक्त संदिग्ध व्यक्ति के बारे में पतारसी करने पर उक्त संदिग्ध व्यक्ति मलावर थाना क्षेत्र अंतर्गत चुकलिया ग्राम का रवि गोस्वामी होना पता चला वहीं मामले में एक महिला से पूछताछ करने पर महिला द्वारा उक्त व्यक्ति की पहचान की पुष्टि की गई मामले में तत्काल रवाना होकर टीम द्वारा संदिग्ध रवि के घर पर दबिश देकर रवि एवं घटना में शामिल उसके भाई दीपक गोस्वामी को गिरफतार किया गया। जिनसे पूछताछ करने पर आरोपियों ने उक्त घटना को घटित करने के बारे में बताया आरोपी दीपक ने बताया कि वह और उसका भाई रवि गोस्वामी उनके गाडी के कागजात लेने दिनांक 25/11/2023 को बस से इंदौर गये थे एवं वहां से उज्जैन जाने के लिये एक प्राईवेट वाहन को 2200 रूपये किराये पर लेकर उज्जैन महाकाल मंदिर के लिये निकले थे वाहन चालक अंकित शर्मा गाडी चला रहा था तभी हमने रास्ते से शराब लेली और हम तीनों ने वाहन में ही शराब पी और हम उज्जैन पहुच गये वहां महाकाल मंदिर के पास पार्किंग में गाडी लगाकर हमने वहां भी शराब पी तभी किराये के पैसों के लेनदेन को लेकर वाहन चालक अंकित और मेरे भाई रवि गोस्वामी में कहासुनी हो गई और वे आपस में मारपीट करने लगे तभी मैंने अंकित के दोनों हाथ पकड लिये और मेरे भाई रवि गोसवामी ने अंकित का गला दबा दिया और अंकित अचेत हो गया तभी हमने गाडी में ही रखे शॉल को फाडकर उसके गले में लपेट कर उसे मार डाला और उसकी लाश को गाडी की पिछली सीट में पटककर उसकी गाडी को उजजैन से राजगढ की तरफ लेकर भाग गये, शाजापुर और मक्सी के बीच पहुचकर हमने अंकित की लाश को गाडी की डिक्की में डाल दिया और उसके दोनों मोबाईल् को बंद कर दिया और उसके पर्स और मोबाईल को रास्ते में कहीं फेंक दिया फिर हम सारंगपुर से आगे आकर टोल पर पहुचे तो एक पुलिस वाले ने हमें हाथ देकर रोकना चाहा तो मैं बहुत डर गया और मैंने गाडी को बैक करके वहां से भगाकर टोल से कुछ दूर पहुंचकर गाडी को सडक के किनारे रोककर मैं और मेरा भाई वहां से भाग गये ।
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