संस्कृत पाठशाला में सभी धर्मों के बच्चे ले सकते हैं वेदों की शिक्षा -प्रभारी मंत्री डॉ.मोहन यादव

राजगढ़ ।। बसंत पंचमी के पावन अवसर पर भेसवा माताजी स्थित बिजासन धाम पर  नव संचालित शासकीय संस्कृत वैदिक पाठशाला के शुभारंभ अवसर पर मध्यप्रदेश शासन के उच्च शिक्षा मंत्री एवं राजगढ़ जिला प्रभारी  मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि बिजासन धाम पर हम जीस नए प्रकल्प का शुभारंभ करने जा रहे हैं। इस प्रकल्प में किसी भी धर्म के बच्चे चाहे वह हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई एवं पारसी कोई भी हो वह संस्कृत भाषा में वेदों की शिक्षा प्राप्त कर सकता है। 

यहां पर सभी बच्चों को मुफ्त में सरकार द्वारा वेद, विज्ञान, चिकित्सा, शिक्षा, संस्कृत भाषा में कराई जाएगी। संस्कृत भाषा के महत्व को बताते हुए प्रभारी मंत्री  डॉ. यादव ने कहा कि सबसे प्रामाणिक और सरल भाषा अगर कोई है तो वह है संस्कृत। हम भारत में भी जितनी भाषाएं बोलते हैं उन भाषाओं को समझने में अगर आपको संस्कृत भाषा याद है तो कोई कठिनाई महसूस नहीं होती। दक्षिण भारत में कन्नड़, तेलुगू सहित अन्य जितनी भी भाषाएं बोली जाती है उनको आप सहज रूप से समझ और बोल सकते हैं, अगर आपको संस्कृत भाषा का ज्ञान है ।

संस्कृत वैदिक भाषा है वही प्रभारी मंत्री डॉ. यादव ने बिजासन धाम पर स्थित नक्षत्र वाटिका की महत्वता पर प्रकाश डालते हुए ग्रह नक्षत्र उनसे होने वाले मनुष्य जीवन पर प्रभाव ग्रह नक्षत्रों राशि के लगाए वृक्षों की उपयोगिता के बारे में भी प्रकाश डाला। प्रभारी मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि माता बिजासन धाम आने वाले कुछ वर्षों में महाकाल लोग से भी दो कदम आगे विकसित होगा। यहां पर सांसद रोडमल नागर अपनी पूरी ऊर्जा लगाकर सभी कार्य समय पूर्व करा रहे हैं।

आप लोगों ने मिलकर माता बिजासन के भव्य दिव्य अलौकिक और अनुपम मंदिर निर्माण का जो संकल्प लिया है वह जल्द ही पूरा होगा। ऐसी मेरी आशा और अपेक्षाएं हैं ।

वही विशिष्ट अतिथि के रूप में शुभारंभ अवसर पर पहुंचे महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के चेयरमैन श्री भरतदास बैरागी ने अपने उद्बोधन में कहा कि संस्कृत हमारी वेद भाषा है संस्कृत एवं वैदिक शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। संस्कृत हमारे जीवन में कितनी जरूरी है। इसके महत्वता के बारे में भी प्रकाश डालते हुए कहां की आज इस महत्वपूर्ण प्रकल्प का शुभारंभ होना इस क्षेत्र के लिए बहुत ही लाभकारी होगा। सांसद श्री नागर के प्रयास से ही यहां पर इस वैदिक पाठशाला का शुभारंभ होने जा रहा है अभी कक्षा 6 से 8 तक का संचालन यहां से होना था पर आज मैं घोषणा करता हूं कि हम इस वैदिक पाठशाला में कक्षा 1 से 12 वी क्लास  तक बच्चों को वेद के साथ-साथ विज्ञान व चिकित्सा की भी पढ़ाई कराना संस्कृत भाषा में शुभारंभ करेंगे। यहां भव्य आधुनिक वैदिक पाठशाला देश में मॉडल होगी व हर क्लास हाईटेक होगी। कक्षा 8 से 12 तक पूर्णता आवासीय पाठशाला रहेगी ।

शुभारंभ अवसर पर अध्यक्षता कर रहे हैं क्षेत्रीय सांसद नागर ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमें  वैदिक सनातन संस्कृति की जड़ों से जुड़ने के लिए बहुत जरूरी है कि ऐसे बहुआयामी प्रकल्प की स्थापना की जाना चाहिए थी। उसी क्रम में माता बिजासन धाम पर हम सब ने मिलकर इस और अग्रसर होने का बीड़ा उठाया और आज वह समय भी आया कि हम इस वैदिक पाठशाला का शुभारंभ कर रहे हैं। यहां पर वैदिक पाठशाला के साथ-साथ योग केंद्र की स्थापना भी की जाना है। वही जड़ों से जुड़ने के लिए प्रकृतिक चिकित्सा केंद्र ग्रामीण पर्यटन केंद्र ग्रामीण संस्कृति से जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है। सभी प्रकल्प के लिए भूमि का आवंटन किया जा चुका है। जल्द ही वैदिक पाठशाला की तरह अन्य प्रकल्प का भी शुभारंभ किया जाएगा और माता बिजासन धाम को विश्व स्तर पर पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने के लिए हम सब मिलकर प्रयास करेंगे। माननीय मुख्यमंत्री  को धन्यवाद देते हुए सांसद श्री नागर ने कहा कि आज उनके द्वारा घोषित की गई वैदिक पाठशाला का शुभारंभ हो रहा है। जल्द ही भक्त निवास वा भव्य प्रशिक्षण संस्थान का भी शिलान्यास किया जाएगा। इस अवसर पर कलेक्टर  हर्ष दीक्षित, पुलिस अधीक्षक  अवधेश कुमार गोस्वामी,मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत  अक्षय तेम्रवाल , प्रताप सिंह सिसौदिया उपस्थित रहे।।

      


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