अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में मंत्री उषा ठाकुर ने किया राष्ट्रवादी कवि राजेश सत्यम के कविता संग्रह अक्षर से अर्थ तक का विमोचन

तलेन ।। बुधवार को नगर तलेन में अखिल भारतीय साहित्य परिषद द्वारा आयोजित  अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं राष्ट्रवादी कवि राजेश सत्यम की कविता संग्रह अक्षर से अर्थ तक का विमोचन कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत  अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर की गई।कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर परिषद अध्यक्ष नारायण सिंह  यादव ने की, विशेष अतिथि के रूप में डॉ विकास दवे निर्देशक साहित्य अकादमी, अशोक त्रिपाठी प्रधान संपादक समय जगत उपस्थित रहे। अतिथि और कवियों का स्वागत, पुष्पमाला, शाल और प्रतीक चिन्ह भेंट कर किया गया। इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक राजवर्धन सिंह ने भी शिरकत की।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित माननीय मंत्री उषा ठाकुर द्वारा कवि  राजेश सत्यम के कविता संग्रह  अक्षर से अर्थ तक का विमोचन किया गया। कार्यक्रम  में मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि  आने वाली पीढ़ी प्रार्थनाएं कंठस्थ करें कंठस्थ प्रार्थनाएं मनुष्य का आत्मबल बढ़ाती है जीवन में जब वह किसी दोराहे पर खड़े होंगे तो ये कंठस्थ प्रार्थनाएं उन्हें निश्चित ही सन्मार्ग की ओर ले जाएगी।हम सामूहिक प्रार्थना का संकल्प लें आप कल्पना कीजिए  यदि 52 जिलों के 52000 लोग एक साथ जब इन सामूहिक प्रार्थनाओं को करेंगे तो ब्रह्मांड की उर्जा स्तर क्या होगा कैसे सकारात्मकता अध्यात्मिकता शकल ब्रह्मांड में व्याप्त होगी, और हमारी आने वाली पीढ़ी अध्यात्म से जुड़ेगी क्योंकि भारतीय संस्कृति की  रीड तो अध्यात्म ही है वैदिक ज्ञान प्रज्ञान में बदले व्यवहारिक धरातल पर उतरे। अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में  मंच पर उपस्थित कवियों   प्रोफेसर ओमपाल सिंह  निडर,फिरोजाबाद ,महावीर जंगम कोटा ,सुश्री शिवांगी शर्मा मुरैना ,भरत पण्डया तराना ,मुकेश शांडिल्य टिमरनी ,गीतेश्वर बाबू घायल आष्टा ,जगदीश सेन देवास,विवेक शर्मा पीपलरांवा ,डॉ नम्रता श्रीवास्तव भोपाल ,अनिल सोनी डाँवर तलेन,  पण्डित अशोक नागर इन्दौर ,लक्ष्मण सिंह जी चौकसे ने  श्रोताओं को अपनी कविता ,गीत गजल, आज हास्य व्यंग, की कविताओं से बाहर भाव विभोर कर दिया। कवियों ने हास्य व्यंग्य के साथ अपनी कविताओं के माध्यम से राष्ट्रभक्ति का संदेश भी बांटा। 

ओजस्वी कवि विवेक शर्मा  ने कविता पाठ करते हुए कहा कि ,जैसे कोई आतुधानी हनुमान को ललकारे, स्वयंसेवकों को तुमने भी वैसे  कोरव बोल दिया, ऐसा लगता  महादेव का नयन तीसरा खोल दिया ,जो भी जैसा बीज उगाता वैसा ही फल पाता है जिसको जलकर  मरना है वो सूरज के आगे आता है। 

मुकेश शांडिल्य ने केवल किनारे तड़पते रहेंगे, नदिया मचलती  रहेगी ,तो मनवा तू क्यों है अधीर रे, किसको बताऊं ये पीड का पाठ किया। देर रात तक कवि सम्मेलन चलता रहा। मंच संचालन पंडित अशोक नगर इंदौर ने किया राजेश सत्यम सभी का आभार व्यक्त  किया।

इस मौके पर, हिंदू धार्मिक उत्सव समिति अध्यक्ष चंद्र सिंह यादव, शिव प्रसाद शर्मा, कैलाश यादव लाइनमैन,रुपेश विश्वकर्मा मंडल अध्यक्ष जगदीश लवंवशी , पार्षद लक्ष्मी नारायण यादव,  पार्षद कैलाश  यादव, भारत सिंह यादव , पत्रकार अवध नारायण उपाध्याय, महेश भतकरिया, विधायक प्रतिनिधि विनोद यादव , हेमराज यादव, मनमोहन यादव ,राधेश्याम यादव , पार्षद महेश यादव पार्षद,पप्पू अहिरवार, मुकेश यादव लाला, शिवा यादव ,मुकेश बैरागी राजगढ़, राजेश खत्री ब्यावरा, कार्यक्रम संयोजक नीरज डांगरा, हरि सिंह केशवाल, बंटी राठौर, लाड सिंह ठेकेदार, पंकज अग्रवाल, भानु मेवाड़ा, महेंद्र पटेल सहित कई गणमान्य नागरिक गण , महिलाएं , ग्रामीण क्षेत्र के लोग काफी संख्या में मौजूद रहे।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट