प्रभारी मंत्री डॉ. मोहन यादव ने शासकीय अग्रणी महाविद्यालय नवीन भवन का किया लोकार्पण

राजगढ़ ।। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री एवं राजगढ़ जिला प्रभारी मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि शिक्षा की व्यवस्था में हम अपने ज्ञान, कौशल और संवर्धन से स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ने का मौका मिलना चाहिए। नई शिक्षा नीति बदलाव किए गए है। जिन्हें उच्च शिक्षा में वहीं आएं और जो क्षेत्र विशेष और विषय में हुनर और रूचि रखते है, वे उसी दिशा में आगे बढ़े। उच्च शिक्षा  मंत्री जिला मुख्यालय स्थित शासकीय अग्रणी स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजगढ़ परिसर में विश्व बैंक की परियोजना से निर्मित नवीन भवन के लोकार्पण अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे। 

उन्होंने कहा कि नई स्कूल शिक्षा नीति लागू होने पर कक्षा छठवीं के बाद बच्चा अपनी रूचि अनुसार विषय का चयन कर उसी दिशा में पढ़ाई कर सकेगा और अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकेगा। जिस शिक्षा से छात्रों का भविष्य सुनहरा हो और प्रगति मिले, शिक्षा व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए। 

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में महाविद्यालय के नामांकरण का अभियान चलाया जा रहा है। महाविद्यालय नामांकरण महापुरूषों के नाम हो को जिला कलेक्टर के माध्यम से प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे महाविद्यालय की पहचान स्थापित होगी। 

इसके पूर्व उन्होंने विश्व बैंक की परियोजना अंतर्गत 695.85 लाख रूपये की लागत से शासकीय अग्रणी महाविद्यालय के नवनिर्मित नवीन भवन का शिलालेख पट्टिका का अनावरण एवं रिबिन काटकर लोकार्पण किया। बाद में मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति योजना एवं आवास योजनान्तर्गत लाभार्थी छात्रों को प्रतीक स्वरूप भी सम्मानित किया। साथ ही उन्होंने महाविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष भानु ठाकुर का भी सम्मान किया।

इस अवसर पर सांसद  रोड़मल नागर, विधायक राजगढ़  बापूसिंह तंवर, विधायक ब्यावरा  रामचन्द्र दांगी, विधायक सारंगपुर  कुंवर कोठार, पूर्व विधायक  रघुनंदन शर्मा,  प्रताप सिंह मण्डलोई,  अमर सिंह यादव, श्री दिपेन्द्र सिंह चौहान, दीपक शर्मा, कलेक्टर  हर्ष दीक्षित,  के.पी. पंवार,  मनीष जोशी, जनभागीदारी अध्यक्ष  विशाल मीणा सहित जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहें।

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