
15 दिनों से अधिक समय तक बुखार का होना कालाजार का हो सकता है लक्षण : डॉ. विनोद
- रामजी गुप्ता, सहायक संपादक बिहार
- Jun 23, 2022
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- भोजपुर जिले में कालाजार से प्रभावित पांच प्रखंडों में होगा दवाओं का छिड़काव
- नि:शुल्क इलाज के साथ कालाजार के मरीजों को राशि देने का भी प्रावधान
आरा ।। जिले में कालाजार उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। इस रोग से समाज को सुरक्षित रखने के लिए उन्मूलन कार्यक्रम चला रहा है। जिसके तहत जिले के प्रभावित गांवों में सिंथेटिक पाइराथाइराइड (एसपी) पाउडर का छिड़काव किया जाता है। इस वर्ष भी पहले चक्र के अंतर्गत दवाओं के छिड़काव का कार्य शुरू है। जिसके लिये तीन छिड़काव दलों को गठित किया गया है। ताकि, प्रभावित गांवों के लोगों को कालाजार से सुरक्षित रखा जा सके। विभाग इसके लिये अपनी ओर से कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता है। लेकिन, अब लोगों को जागरूक होने के साथ बीमारियों के लक्षण की जानकारी होने की आवश्यकता है। जिससे वे रोग के शुरुआती लक्षणों की पहचान कर सकें और ससमय अपना इलाज करा सकें। तभी, हम कालाजार के फैलने की संभावना को पूरी तरह से खत्म कर सकते हैं।
बीमारी में लक्षण की पहचान बेहद जरूरी :
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. विनोद कुमार ने बताया, इस बीमारी में लक्षण की पहचान बेहद जरूरी है। इसमें 15 दिनों से अधिक समय तक बुखार का होना कालाजार का लक्षण हो सकता है। साथ ही, भूख की कमी, पेट का आकार बड़ा होना, शरीर का काला पड़ना कालाजार के लक्षण हैं। वैसे व्यक्ति जिन्हें बुखार न हो, लेकिन उनके शरीर की त्वचा पर सफेद दाग व गांठ बनना भी पीकेडीएल के लक्षण हैं। उन्होंने बताया, यह रोग लिशमेनिया डोनी नामक रोगाणु के कारण होता है। जो बालू मक्खी काटने से फैलता है। दो सप्ताह से अधिक बुखार व अन्य विपरीत लक्षण शरीर में महसूस होने पर अविलंब जांच कराना अति आवश्यक है। सदर अस्पताल में इलाज का समुचित प्रबंध है।
2022 में जगदीशपुर प्रखंड में हुई नए मरीज की पुष्टि:
वेक्टर जनित रोग नियंत्रण सलाहकार अमित कुमार ने बताया, कालाजार से नौ गांव प्रभावित थे। जिनमें जगदीशपुर प्रखंड के सिअरूआं गांव के अलावा, उदवंतनगर प्रखंड में चौकीपुर, बड़हरा में फुहान, बखोरापुर व मरहा, आरा सदर में जमीरा, लक्षणपुर व धरहरा तथा शाहपुर में पंचखोरी डेरा गांव भी कालाजार से प्रभावित है। जहां पर कालाजार उन्मूलन अभियान के तहत सबसे पहले जगदीशपुर प्रखंड से एसपी पाउडर का छिड़काव किया गया। जहां पर तीन छिड़काव दलों को तैनात किया गया था। अब सदर प्रखंड के जमीरा व उसके बाद धरहरा में छिड़काव का कार्य शनिवार से शुरू किया जायेगा।
सरकार काजालार के मरीज को देती है 7100 रुपये :
कालाजार मरीज को नि:शुल्क इलाज के साथ राशि देने का भी प्रावधान है। जिसमें मुख्यमंत्री कालाजार राहत योजना के अंतर्गत कालाजार मरीजों को इलाज के बाद 6600 रुपये एवं भारत सरकार की तरफ से 500 रुपये की राशि दी जाती है। पीकेडीएल मरीजों को पूर्ण उपचार के बाद सरकार द्वारा 4000 रुपये श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में दी जाती है। वहीं, आशा, आंगनबाड़ी एवं कालाजार इन्फार्मर द्वारा रेफर किये गये संभावित कालाजार मरीजों में जांचोपरांत कालाजार पॉजिटिव पाए जाने की स्थिति में निर्धारित प्रोत्साहन राशि 500 रुपये के अतिरिक्त डीवीबीडीसीओ की अनुशंसा पर केएमआरसी द्वारा 1000 रुपये की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
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