मिशन इंद्रधनुष 4.0 का तीसरा चरण शुरू, नियमित टीकाकरण से छूटे हुए लाभुकों को लगेगा टीका

- दो साल तक के बच्चों व गर्भवती महिलाओं की किया गया है चिन्हित, रोस्टरवार शिविर का होगा आयोजन

- बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए मुफ्त में जीवन रक्षक टीका किया जायेगा प्रदान

बक्सर ।। दो साल तक के बच्चों और गर्भवतियों को बीमारियों से बचाने के उद्देश्य से जिले में सघन मिशन इंद्रधनुष 4.0 अभियान के तीसरे चरण का शुभारंभ हुआ। कोरोनाकाल में  नियमित टीका लगवाने से बच्चों व गर्भवती महिलाओं को इसमें वैक्सीन लगाई जाएगी। जिले के सभी प्रखंडों में यह अभियान चलाया जाएगा। सभी प्रखंडों में नियमित टीके से छूटे हुए बच्चों व गर्भवती महिलाओं को चिन्हित किया जा चुका है। जिसकी मानीटरिंग की राज्य स्तर पर की जा रही है। 90 प्रतिशत आच्छादन की प्राप्ति को लेकर इस अभियान में शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटामिन ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मिजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी के टीके लगाए जाएंगे। इसके अलावा अभियान में गर्भवती को टेटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका भी लगाया जाएगा।

बच्चों व गर्भवतियों का टीकाकरण अवश्य कराएं :

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राज किशोर सिंह ने जिलेवासियों से अपील किया कि वे अपने परिवार में की गर्भवती महिला एवं जन्म से लेकर दो वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण अवश्य कराएं। अभियान में ईंट-भट्ठों और निर्माण साइटों पर रहने वाले परिवारों के टीकाकरण पर जोर दिया जाएगा। क्योंकि इन दोनों स्थानों पर रहने वाले परिवार एक से दूसरे जगह स्थानांतरित करते रहते हैं। इसलिए सामान्य अभियान के दौरान इनके छूटने की आशंका बनी रहती है। टीकाकरण न होने वाले या फिर आंशिक टीकाकरण वाले बच्चों को अभियान के तहत 12 तरह की बीमारियों से बचाने वाले टीके लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया, नवजात शिशुओं और बच्चों में होने वाली जानलेवा बीमारियों जैसे- पोलियो, खसरा-रूबेला, रोटा वायरस, डिप्थीरिया, टिटनेस, काली खांसी आदि से बचाने के लिए संपूर्ण टीकाकरण बेहद जरूरी है। सरकार नवजात शिशुओं और बच्चों को इन बीमारियों से बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि इंद्रधनुष के सात रंगों को प्रदर्शित करने वाले इस मिशन का उद्देश्य है कि सभी बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण करना है।

मिशन इंद्रधनुष का मुख्य उद्देश्य :

डॉ. राज किशोर सिंह ने कहा, जैसे कि हम सभी जानते हैं बक्सर समेत पूरे राज्य में काफी ऐसे बच्चे हैं, जो परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण अपना टीकाकरण कराने में सक्षम नहीं रहते हैं और उन्हें कई बीमारियां घेर लेती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए भारत के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय हेतु मिशन इंद्रधनुष का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने बताया, इस मिशन के तहत उन सभी बच्चों को शामिल किया गया, जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है या टीके से बचाव योग्य बीमारी के खिलाफ आंशिक रूप से टिका लगवाया गया है। इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य है कि बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों के खिलाफ मुक्त टीकाकरण प्रदान किया जाए। इस योजना के माध्यम से जिले के सभी बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए मुफ्त में जीवन रक्षक टीका प्रदान किया जाता है।

मिशन इंद्रधनुष के तहत शामिल विशेष क्षेत्र

इस कार्यक्रम के दौरान निम्नलिखित क्षेत्रों को विशेष टीकाकरण अभियान से लक्षित किया जाता है :

• पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम के द्वारा पहचाने गए जोखिम क्षेत्र

• वह क्षेत्र जिसमें निम्नलिखित आबादी शामिल है

- प्रवास के साथ शहरी मलिन बस्तियां

- खानाबदोश

- ईंट भट्टे

- निर्माण स्थल

- नदियों के किनारे रहने वाले मछुआरे

- जंगल और आदिवासी आबादी के लोग

• कम नियमित टीकाकरण कवरेज वाले क्षेत्र

• खाली उपकेंद्र वाले क्षेत्र

• छोटे हुए नियमित टीकाकरण वाले क्षेत्र

• छोटे गांव, बस्तियों, कस्बों और आरआई सत्रों के क्षेत्र

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