किसानों को बीज उपलब्ध नहीं करा पा रहा कृषि विभाग

किसान धान एवं बीज खरीदने में कालाबाजारी के हो जा रहे हैं शिकार 

 चांद (कैमूर)।।  25 मई रोहणी नक्षत्र के बाद किसान खेतों में धान के बीज डालने शुरू कर दिया है। किसानों को बीज उपलब्ध कराने में कृषि विभाग पुरी तरह फेल साबित हो रहा है किसानों ने आरोप लगाया किसानों के मन मुताबिक बीज कृषि विभाग से नहीं मिल पा रहा है कृषि विभाग के द्वारा किसानों को धान का बीज उपलब्ध नहीं करा पाने से नीजी एजेंसी से बीज लेते हैं। नीजी एजेंसी या दुकानदार के द्वारा किसानों के साथ कालाबाजारी करने का मामला सामने आया है। नीजी एजेंसी या दुकानदार के द्वारा किसानों को घटिया बीज उपलब्ध कराया जाता हैं दुकानदार  किसानों से अधिक राशि वसूल करते हैं। चांद प्रखण्ड धान उत्पादन के लिए जाना जाता है। प्रखण्ड में 10 हेक्टेयर में धान की खेती की जाती है। किसान अपने नीजी साधन एवं मेहनत से धान का उत्पादन भारी मात्रा में करते हैं। धान बहुल्य क्षेत्र होने के बाद भी कृषि विभाग किसानों को बीज उपलब्ध नहीं करा पाता। किसान मजबूरी में बीज कालाबाजारी में फंस जाते हैं ।किसान घटिया बीज से अपनी खेती खराब तो करते हैं बल्कि भारी नुकसान उठाते हैं। कृषि विभाग में धान की बीज की उपलब्धता की बात करे तो राजेंद्र श्वेता निलम एवं सवौर किस्म ही मौजूद है। वह भी कम है। किसान अधिक उपज के लिए नाटी मंसुरी गोविन्द भोग आदि पसंद करते हैं। किसानों को इस किस्म के बीज विभाग में नहीं मिल पाते हैं। किसानों को बीज उपलब्ध कराने के लिए कृषि विभाग के द्वारा कोई गाइडलाइन नहीं है। चांद शिव रामपुर खरिगांवा बहुअरा आदि बाजार में अधिकृत बीज विक्रेता नहीं है। अधिकृत बीज विक्रेता नहीं होने के बाद भी बाजार में जायेंगे तो दर्जनों दुकानदार धान बीज बेचते मिल जायेंगे। इस सब के बाद भी कृषि विभाग कोई कारवाई नहीं करता है। इस संबंध में प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी राजनारायण झा ने कहा कि किसान शिकायत करेंगे तो दुकानदारों पर कारवाई की जायेगी।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट