राजगढ़ में चल रहा था फर्जी ट्रामा सेंटर

 अप्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ, अनपढ़ डॉक्टर करवा रहे थे डिलीवरी

    

राजगढ़ ।। जिला मुख्यालय पर सीएचएल एमडी के नाम से फर्जी नर्सिंग होम संचालित हो रहा था। लगभग साल भर से संचालित इस अस्पताल में अप्रशिक्षित अनपढ़ चिकित्सक और अप्रशिक्षित नर्सिंग स्टॉप होने के साथ ही अपंजीकृत भी था लेकिन जिले के अधिकारियों को इसकी भनक भी नही लगी। 

गुरुवार को डिलीवरी के दौरान एज बच्चे की मौत होने से हंगामा हो गया । हंगामे के बाद एसडीएम पल्लवी वैद्य ने जांच की तो वहां मौजूद तीन अन्य पीड़ितों ने भी अपने बच्चों की मौत के आरोप लगाए । जांच के बाद एसडीएम ने अस्पताल के मामले में पंचनामा बनाकर सील करते हुए खुलासे किए जो चोंकाने वाले हैं। पीड़ितों ने आरोप लगाए हैं कि प्रसूति महिलाओं के जननांगों में खोपरे का तेल लगाकर नवजात बच्चों को खींचा गया जिससे बच्चों की मौत हुई है। 

दसवीं फेल कर रहे थे इलाज 
एसडीएम की पड़ताल में सामने आया है कि महंगी दरों पर अच्छा इलाज करवाने वाले इस अस्पताल में एक भी प्रशिक्षित चिकित्सक या नर्सिंग स्टाफ नही निकला। एसडीएम ने बताया कि मौके पर मौजूद सभी नर्सिंग स्टाफ दसवीं फेल है। वहीं अस्पताल में रजिस्टर भी मेंटेन नही किया जा रहा था। 
पड़ताल में खुलासा हुआ कि पिछले एक सप्ताह में यहां नोसिखिए लोगों की वजह से चार बच्चों की मौत हो गयी है। 

अस्पताल में लगाई जा रही आक्सीजन 

अप्रशिक्षित चिकित्सको द्वारा अस्पताल में आक्सीजन का भी उपयोग किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि जो आक्सीजन सिलेंडर मौके पर मिले है वो सरकारी है । ऐसे में शासकीय अस्पताल से सिलेंडर चोरी करके यहां बेचे जाने का भी अंदेशा जताया जा रहा हैं। 

नागरिको ने की रासुका की मांग 
एसडीएम पल्लवी वैद्य ने मौके पर जांच कर भारी अनियमितता पाए जाने पर अस्पताल सील कर दिया है । लेकिन मौके पर मौजूद नागरिकों ने लोगों की जान से खिलवाड़ करने वाले अस्पताल संचालक एवं यहां के पूरे स्टाफ पर रासुका लगाने की मांग की है। घटना के दौरान आक्रोशित नागरिकों ने जमकर नारेबाजी भी की गई ।

रिपोर्टर

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