
कोरोना प्रकोप के डर से बेटे ने मना कर दिया बाप को खून देने से ...
- राजेंद्र यादव, ब्यूरो चीफ, मध्यप्रदेश
- May 08, 2021
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छापीहेड़ा के नौजवान कौशल ने स्वयं खून देकर बचाई जान
छापीहेड़ा ।। वर्तमान समय में कोरोना महामारी का दौर चल रहा है और ऐसे महामारी के दौर में जहां एक दूसरे को सहयोग की अत्यंत आवश्यकता होती है लेकिन आज राजगढ़ के जिला चिकित्सालय में जो घटना घटी उसने मानवता को भी शर्मसार करके रख दिया है घटना इस प्रकार है राजगढ़ के जिला चिकित्सालय में बीमार व्यक्ति को खून की अर्जेंट आवश्यकता थी परंतु उस बीमार व्यक्ति के बेटे ने कोरोना महामारी के चलते अपने बाप को ब्लड देने के लिए मना कर दिया और बोला कि मेरे दो छोटे-छोटे बच्चे हैं और कोरोना महामारी का दौर चल रहा है इसलिए मैं ब्लड देने में असमर्थ हूं लेकिन वह भूल गया था जिस बाप ने उसको पैदा किया पाला पोसा बड़ा किया पढ़ाया लिखाया ये दुनिया दिखाई उसकी शादी की वही बेटा आज अपने बाप को ऐसी बीमारी की हालत में जब उसे खून की जरूरत थी तो उसे मरने के लिए छोड़ रहा है जबकि वो जाहिल यह भूल गया कि जो ब्लड के लिए जूझ रहा था,वो उसके ही निर्माता पिता थे
ऐसी औलाद से बेऔलाद होना ही बेहतर है
वहीं दूसरी ओर नगर के नौजवान कौशल ललित ने सारी विपरीत परिस्थितियों को देखते हुए उस कलयुगी बेटे की बातों को सुनकर खुद ही ब्लड बैंक में पहुंचकर उस कलयुगी बेटे के बीमार बाप को अपना रक्त देकर जान बचाई ज्ञातव्य हो कि पूर्व में भी कौशल ललित के द्वारा जरूरतमंद गंभीर बीमार लोगों के लिए कई बार रक्तदान है और बीमार लोगों के लिए तुरंत उपस्थित होकर रक्त देकर जान बचाई है और इसी कड़ी में आज फिर नगर के नौजवान युवा ने राजगढ़ जिला चिकित्सालय में जिंदगी और मौत से झूल रहे असहाय व्यक्ति की मदद करके जिसे अपने सगे बेटे ने खून देने से मना कर दिया उस समय कौशल ने अपना खून देकर उस युवक की जान बचाकर एक और अनूठी मिसाल पेश की है नगर के समस्त लोगों को इस नौजवान युवक पर नाज है समाज सेवा में अन्य कार्य में भी इस नगर के युवा की सहभागिता रहती है ....
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