जी का जंजाल बनी प्रधानमंत्री आवास योजना



तलेन ।। प्रधानमंत्री आवास योजना को इस उद्देश्य से अस्तित्व में लाया गया कि देश के हर जरूरतमंद को सरकारी खर्च पर अपना खुद का आशियाना नसीब हो सके। सरकार योजना का  बखान कर लोगों को घरों से आबाद करने का दावा भी कर रही है लेकिन इस योजना  की हकीकत यह है कि अब यह योजना कई लोगों के जी का जंजाल बन  गई है। नगर परिषद तलेन  द्वारा मई 2020 मैं प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 430 मकान स्वीकृत किए गए थे। तथा हितग्राही को  एक एक लाख रुपए की राशि खाते में आवंटित की गई थी। जिसके चलते  हितग्राहियों द्वारा अपने पुराने मकान तोड़कर नए मकान का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। लेकिन इतने  महीने बीत जाने के बाद भी प्रधानमंत्री आवास योजना की दूसरी किस्त  हितग्राहियों को नहीं मिल पाई है।  दूसरी किस्त के अभाव में,  अधिकांश हितग्राहियों के पुराने मकान टूट जाने, और नये मकान का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होने के चलते लंबे समय से किराए के मकान में रहना पड़ रहा है। दूसरी किस्त की आस में हितग्राही  नगर परिषद के चक्कर लगा लगा कर थक चुके हैं। साथ ही अधिकारी व नेताओं के आश्वासन सिर्फ छलावा साबित हो रहे हैं। नगर परिषद द्वारा नगर के कई लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के   प्रमाण पत्र प्रदान किए गए थे। उनकी भी  अभी तक आवास की  प्रथम किस्त नहीं मिल पाई है।


हितग्राही पुत्र संतोष रजक का कहना है की 11 महीने पहले मकान आया था जिसकी अभी तक दूसरी किस्त नहीं डली है किराए के मकान में रह रहे हैं जिसका किराया ₹3000 दे रहे हैं। गरीब इंसान पेट पालन करें कि मकान किराया दे।

 
 

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट