उधारी के रुपयों के चक्कर में इस कदर चढ़ा पारा कि दोस्त को उतार दिया मौत के घाट




खिलचीपुर ,राजगढ़

              
अवैध गोरखधंधे में लिप्त अपराधियों से निपटने जहां एक ओर जिले की पुलिस टीम ने पुलिस कप्तान के नेतृत्व में अपनी कमर कस रखी है दिन प्रतिदिन अपराधियों की धरपकड़ की जा रही है वहीं दूसरी ओर गुमशुदगी की रिपोर्ट पर जांच के दौरान गुमशुदा व्यक्ति की लाश मिलने से महकमे में हड़कंप मच गया। 
            मामले की सूचना तत्काल वरिष्ठ अधिकारी गणों को दी जाकर आगामी तफ्तीश शुरू कर दी गई वहीं उक्त व्यक्ति के जर्जर अवस्था में मिले शव को आवश्यक पुलिस कार्रवाई एवं अन्य चिकित्सकीय कार्यवाही के उपरांत परिजनों को सौंप दिया गया परिजनों का परिवार अत्यधिक शोकाकुल अवस्था में है। 
            थाना खिलचीपुर की पुलिस टीम द्वारा गुमशुदगी की जांच के दौरान हर संभव प्रयास कर आखिरकार शीघ्रता से एक जघन्य हत्या का खुलासा करने में सफलता अर्जित की है। 
              मामला कुछ इस प्रकार है कि दिनांक 26/12/2020 को बामन गांव निवासी फरियादी रोहित सेन ने सूचना दी की करीबन 4 साल पहले से हमारे गांव में एक व्यक्ति मजदूरी करता था जिसका नाम मामा उर्फ बने सिंह सोंधिया, जो पिपलिया खेड़ी का निवासी था उक्त व्यक्ति की उम्र करीब 45 साल थी, वह व्यक्ति दिनांक 25/12/2020 को हमारे गांव के ही दिनेश, बनवारी, जगदीश एवं देवचंद के साथ देखा गया था लेकिन उसके बाद से लेकर अभी तक नहीं दिखाई दे रहा है। 
           सूचना पर पुलिस ने तत्काल गुमशुदगी दर्ज कर व्यक्ति की तलाश शुरू कर दी परंतु अभी तक उक्त व्यक्ति का कोई सुराग नहीं लग पाया था वहीं पुलिस टीम ने क्षेत्र से बाहर निकल कर आसपास अन्य थाना क्षेत्रों में व्यक्ति के गुमने की सूचना पहुंचाई जिस पर इंदौर के पास से अज्ञात व्यक्ति के शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई, जिसमें थाना खिलचीपुर प्रभारी मुकेश गौड़ ने ताबड़तोड़ व्यक्ति की जांच पड़ताल हेतु टीम को रवाना किया, टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर शव का निरीक्षण किया एवं जानकारों की राय के अनुसार उक्त गुमशुदा व्यक्ति का ही शव होना पाया गया वही यह भी स्पष्ट हो गया कि कुछ लोगों ने नृशंस तरीके से उसकी हत्या की है। 
           जांच के दौरान उक्त मामले में मर्ग कायम कर आशंका के आधार पर संदेही दिनेश, बनवारी और जगदीश को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की गई जिससे पूरे मामले का खुलासा हो सका, उन्होंने बताया कि उन्हें मृतक से 20 हजार की उधारी लेनी थी परंतु वह दे नहीं रहा था, फिर हमने योजनाबद्ध तरीके से उसे अपने साथ बिठाकर शराब पिलाई और पैसे नहीं देने की बात को लेकर उसकी हत्या कर दी एवं मृतक की लाश को इंदौर के आगे मानपुर के पास रोड किनारे फेंक दिया। 
             आरोपी गणों के बताने पर पुलिस टीम ने थाना मानपुर इंदौर से मृतक मामा उर्फ बने सिंह की लाश बरामद कर आरोपी गणों के विरुद्ध थाना खिलचीपुर में अपराध क्रमांक 529/2020 धारा 302, 201, 34 ताहि, के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया मामले का एक अन्य आरोपी देवचंद अभी फरार है, जिसे जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
            मामले के आरोपी गणों को माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया है जहां से मामले की सघन पूछताछ व घटना में प्रयुक्त हथियार को जप्त करने हेतु पुलिस रिमांड लिया गया है। 
            उक्त पूरे मामले के खुलासे में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री एसआर दंडोतिया एवं अनुविभागीय पुलिस अधिकारी खिलचीपुर सुश्री निशा रेड्डी के नेतृत्व में थाना खिलचीपुर थाना प्रभारी उप निरीक्षक मुकेश गौड़ एवं उनकी टीम में उप निरीक्षक देशराज सिंह, प्रधान आरक्षक 433 मन्नूलाल, आरक्षक 268 मोइन अंसारी, आरक्षक 755 राजेश, आरक्षक 277 धर्मेंद्र, आरक्षक 780 पवन कटारे एवं आरक्षक 1049 मनोज की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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