आदिवासी और कोली समाज का दमन कर रही है राज्य सरकार

शिवसेना उप नेता अनंत तरे का आरोप 

आदिवासी और कोली समाज का दमन कर रही है राज्य सरकार 

जाति प्रमाण पत्र न मिलने से युवक कर रहे है आत्महत्या 

ठाणे। राज्य सरकार राज्य के आदिवाासी महादेव कोली समाज का दमन करने पर तुली हुई है। समाज बांधवो को जाति वैधता प्रमाणपत्र नहीं दिया जा रहा है। समाज के युवा निराशा में आत्महत्या कर रहे हैं। बुलढ़ाणा  जिले के चिखली तालुका स्थित मानखेड निवासी आदिवासी महादेव कोली समाज के युवक महादू वाघ ने बैध जाति प्रमाण पत्र न मिलने की वजह सेआत्महत्या कर ली। परिवार को सांत्वना देने पहुंचे महाराष्ट्र कोली समाज संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं  शिवसेना उपनेता अनंत तरे ने राज्य की भाजपा सरकार को जमकर लताड़ लगाई। समाज के लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह युवा रक्त बेकार नहीं जाएगा। तेरे ने  मृतक युवक के परिजन को आर्थिक मदद दी। इस अवसर पर शिवसेना के सांसद प्रतापराव जाधव, समाज संघ के सचिव मदन भोई, शिवसेना सहसंपर्कप्रमुख भास्कर मेटे, शहरप्रमुख निलेश अंबनकर, नंदू कोरडे, शिवाजी शिनगारे और डॉ. अनिल इंदगले के साथ हजारों की संख्या में आदिवासी महादेव कोली समाज के बंधु-बाधव आदि भी उपस्थित थे। तरे ने आरोप लगाया कि जाति जांच पड़तालणी समिति  पूर्व आदिवासी मंत्री मधकर पिचड के इशारे पर काम कर रही है। वर्ष १९९५ में जाति जांच पड़तालणी का जो संरक्षण आदिवासी महादेव कोली समाज को मिला था उसे आगे भी जारी रखे जाने की तेरे ने मांग की है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की जिस तरह मराठा समाज के बाबा की मौत के बाद राज्य सरकार ने उसके परिजनों को दस लाख का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी, उसी तरह राज्य की भाजपा सरकार महादू वाघ के परिवार के साथ न्याय करे।  यदि राज्य सरकार आगे भी आदिवासी महादेव कोली समाज का दमन जारी रखती है तो यह समाज उग्र आंदोलन करने को बिबश हो जायेगा और इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार के सर होगी।

रिपोर्टर

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