मुंबई फुट ओवर ब्रिज हादसे में डोम्बिवली की 3 नर्सों की मौत

नाइट शिफ्ट करने जा रही थीं मुंबई के अस्पताल में


कल्याण ।। छत्रपती शिवजी टर्मिनल के पास गुरुवार को हुए फुट ओवर ब्रिज हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई इस हादसे में जान गंवाने वालों में 3 नर्सें भी शामिल हैं यह तीनों गुरुवार की रात नाइट शिफ्ट के लिए घर से निकली थीं, लेकिन फिर वापस न लौट सकीं मृतक तीनो महिलाएं डोम्बिवली की निवासी है इस घटना की खबर से शहर में मातम का माहौल छा गया ।

         ज्ञातव्य हो कि मुम्बई के सीएसटी रेलवे स्टेशन पर ब्रिज हादसे में 6 लोगो की मौत हो गयी इन मरनेवालों में तीन महिलाएं अपूर्वा प्रभू , रंजना तांबे और भक्ती शिंदे डोम्बिवली की रहिवासी है यह तीनों नर्सें गुरुवार की रात मुंबई के गोकुलदास तेजपाल हॉस्पिटल में नाइट शिफ्ट करने के लिए डोंबिवली की लोकल ट्रेन से सीएसटी स्टेशन पहुंची थीं और वहां से जैसे ही जीटी अस्पताल के लिए निकलीं कि फुट ओवर ब्रिज पर हादसे का शिकार हो गईं इस घटना की खबर लगते ही उनके परिजनों में शोक की लहर छा गयी मुख्यमंत्री द्वारा राशि की घोषणा ने मानो उनके जख्मो पर नमक लगा दिया हो उनके परिजनों ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि 'पैसे देने हमारे अपने वापस आ जाएंगे क्या' सही में सरकार को दुख है तो इस हादसे की निष्पक्ष जांच कराए और जो दोषी है उनके ऊपर कठोर कार्यवाई की जाय ।

       बता दें हादसे में मृत डोंबिवली पश्चिम दीनदयाल रोड के ओमसाईं दत्त बिल्डिंग में रहने वाली भक्ती शिंदे इन्हीं तीनों नर्सों में से एक हैं, जिनका एक 14 साल का बेटा ओंकार शिंदे मां की मौत से शोक में है और पति राजेंद्र और सास भी कुछ बोलने की स्थिति में नहीं हैं ।

     वहीं डोंबिवली पश्चिम के ठाकूरवाड़ी स्थित उदयराज बिल्डिंग में प्रभू परिवार में दुख पसरा हुआ है फुट ओवर ब्रिज में जान गवाने वालो में अपूर्वा प्रभू भी एक थीं उनके पति अभय प्रभू निजी कंपनी में जॉब करते हैं अपूर्वा का एक 12 साल का लड़का गणेश प्रभू और 9 साल की लड़की चिन्मयी है ऐसे में पत्नी की मौत ने अपूर्वा के पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है ।

तो डोंबिवली के ही गणेशनगर इलाके के शिवसागार अपार्टमेंट की नर्स रंजना तांबे का परिवार भी दुख में डूबा हुआ है रंजना यहां अपनी मां और भाई के साथ रहती थीं वह पिछले 20 सालों से जीटी अस्पताल में नौकरी कर रही रंजना के परिवार को क्या पता था कि आज की ड्यूटी उनकी जिंदगी के लिए अंतिम दिन साबित होगी ।

     इनकी मौत को लेकर डोम्बिवली शहर गमगीन हो चुका है तो लोगो मे गुस्सा भी देखा जा रहा है उनका यह कहना है कि सरकार आखिरकार कर क्या रही है कभी भी कही भी पुल धराशायी हो जाता है और दोषी कोई नही होता है इस मामले में भी मुख्यमंत्री का कहना है कि पुल का स्ट्रक्चरल आडिट कराया गया था तब भी पुल कैसे गिरा इस बारे में किसी के पास कोई जवाब नही है ।

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