काफी प्रयासों के बावजूद भी नहीं सुधर रही है सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था

चिकित्सकों द्वारा अपने आवास पर मरीजों को लिखी जा रही है बाहर की दवा ...


अयोध्या ।। सरकारी अस्पतालों में दवा उपचार के लिए आने वाले मरीज और उनके तीमारदार दलालों के चंगुल में फंस जाते हैं। जो अस्पताल परिसर में शिकार की तलाश में मंडराते रहते हैं। सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त दवा होने के बावजूद दलालों के माध्यम से उन्हें बाहर से महंगी दवा खरीदने को मजबूर होना पड़ता है। बताते हैं कि चिकित्सक और मेडिकल स्टोर के लोगों की भी सांठगांठ रहती है। 

ऐसा ही एक मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीकापुर अस्पताल में प्रकाश में आया है। बीकापुर विकासखंड क्षेत्र के उमरनी पिपरी निवासी घनश्याम वर्मा ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब 10 बजे वह तारुन क्षेत्र के रूपापुर निवासी अपने रिश्तेदार मिठाई लाल वर्मा 62 वर्ष का उपचार कराने सीएचसी बीकापुर गए थे। वह सांस की बीमारी से पीड़ित हैं। अस्पताल परिसर में जाने के बाद वहां मौजूद एक युवक द्वारा बताया गया कि डॉक्टर साहब ओपीडी में नहीं है। अपने कमरे पर मौजूद हैं। वहां चल कर दिखा देता हूं। युवक के साथ चिकित्सक के आवासीय कमरे पर वह अपने रिश्तेदार को लेकर गए। वहां कमरे पर मौजूद चिकित्सक द्वारा बीमारी पूछ कर एक शादे पर्ची में दवा लिख दी गई। उक्त युवक उनको लेकर मेडिकल स्टोर पर गया तथा दवा दिलाने के बाद मेडिकल स्टोर पर 1 हजार रुपए लिया गया।

इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी अजय राजा ने बताया कि अस्पताल में पर्याप्त दवा मौजूद है। बाहर से दवा लिखने के लिए मना किया गया है। शिकायत मिलने पर जांच करके कार्रवाई की जाएगी। यही हाल जनपद के अन्य कई सीएचसी और पीएचसी का है।

रिपोर्टर

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