कोरोना अपडेट : चौथी लहर से सावधान रहने की जरूरत - टोपे

मुंबई : दुनिया के कई देशों में कोरोना के मामले फिर बढ़ने लगे हैं। इस बीच भारत में कोरोना की चौथी लहर की आशंका को लेकर राहत भरी खबर आ रही है। इस बीच क्रिश्चियन मेडिकल कालेज (सीएमसी) वेल्लोर के वायरोलॉजिस्ट और पूर्व प्रोफेसर डॉ. टी जैकब जान ने कहा कि भारत में कोरोना की चौथी लहर की संभावना कम है। हालांकि, उन्होंने इस दौरान लापरवाही न बरतने और ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि कोरोना की चौथी लहर की संभावना कम है, लेकिन ऐसा नहीं है कि यह नहीं आ सकती। बस यह कहा जा सकता है कि इसकी संभावना बहुत कम है। अगर हमने सतर्कता बरती तो हम इससे बच जाएंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि कोरोना के चौथी लहर को लेकर सतर्क रहना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कोरोना और उनके आनुवंशिक अनुक्रमों को देखते रहने की जरूरत है कि क्या कोई नया वैरिएंट दिखाई दे रहा है। यदि कोई कोरोना का नया वैरिएंट स्थानीय रूप से ओमिक्रॉन को पछाड़ रहा है तो यह एक चिंता का विषय होगा उन्होंने यह भी कहा कि वह गणितीय मॉडलिंग के आधार पर वह कोरोना के लहर की भविष्यवाणी करने में विश्वास नहीं करते। मुझे समझ में नहीं आता कि मनुष्य में भय को कैसे और किन उद्देश्यों के लिए पैदा करने की आवश्यकता है। इसलिए मैं गणितीय मॉडलिंग के आधार पर कोरोना के लहर की भविष्यवाणी करने में विश्वास नहीं करता।

उन्होंने कहा कि अगर उनसे 2020 में यह सवाल पूछा जाता कि क्या कोरोना अलग तरह से व्यवहार करता है, तो उन्होंने नकारात्मक में जवाब दिया होता। हालांकि, उन्होंने कहा कि अब 2022 में इस वायरस के बारे में बहुत सारी जानकारी है कि यह कैसे व्यवहार करता है और इसके वैरिएंट कैसे बनते हैं? 

यूरोपीय देशों और पड़ोसी चीन में कोरोना वायरस के मामलों में बृद्धि ने चिंता बढ़ा दी है। इन देशों में बढ़ोत्तरी की कोरोना रिपोर्ट के बाद महाराष्ट्र भी अलर्ट मोड पर है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शनिवार को कहा कि यूरोपीय देशों में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर केंद्र सरकार का एक पत्र मिला है जिसमें सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। केंद्र सरकार की तरफ से पत्र मिलने के बाद राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने जिलाधिकारियों को सतर्क रहने और जरूरी एहतियात बरतने के लिए कहा है।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट