रंग डालने के विवाद में तड़तड़ाईं गोलियां, भाजपा नेता समेत दो की मौत

प्रयागराज : खुल्दाबाद में रंग डालने को लेकर हुए विवाद में दो पक्षों के बीच फायरिंग हो गई। इसमें भाजपा के खुल्दाबाद मंडल उपाध्यक्ष दुर्गेश चौहान (35) व पड़ोस में ही रहने वाले विनोद चौहान (24) की मौत हो गई।

गोली लगने से विनोद की बहन रानी (22) और पड़ोसी चिंटू चौहान भी जख्मी हुए जिन्हें एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस का कहना है कि दोनों पक्ष एक-दूसरे पर फायरिंग का आरोप लगा रहे हैं। तहरीर मिलने का इंतजार किया जा रहा है।दुर्गेश खुल्दाबाद में लकड़मंडी मोहल्ले का रहने वाला था। इसी गली में विनोद चौहान भी रहता था। दुर्गेश सभासद का चुनाव लड़ चुका था और मंत्री का करीबी भी बताया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक, शनिवार दोपहर दो बजे के करीब विनोद अपने घर के बाहर दोस्तों संग होली खेल रहा था। इसी दौरान दुर्गेश उधर से गुजरा जिस पर किसी ने रंग डाल दिया।इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। बात इतनी बढ़ी कि मारपीट शुरू हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि देखते ही देखते वहां फायरिंग शुरू हो गई है। जिसमें पहली गोली विनोद के सीने में लगी और वह जमीन पर गिर पड़ा। दूसरी गोली चिंटू के पैर में लगी और छर्रे लगने से विनोद की बहन रानी भी जख्मी हो गई उधर एक गोली दुर्गेश के सिर में लगी और वह भी लहूलुहान होकर जमीन पर लुढ़क गया। घटना से सनसनी फैल गई। जानकारी पर आनफानन में कई थानों की फोर्स लेकर अफसर मौके पर पहुंच गए। इसके सभी को एसआरएन पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने विनोद व दुर्गेश को मृत घोषित कर दिया। उधर घायल चिंटू व रानी को भर्ती कर लिया गया।

घटना की जांच पड़ताल की गई जिसमें वजह तात्कालिक विवाद के रूप में सामने आई है। कोई पुरानी रंजिश की बात फिलहाल पता नहीं चली है। गोली किसने चलाई, इसका पता लगाया जा रहा है। - अजय कुमार, एसएसपी 
घटना के बाद दोनों पक्षों के बीच एसआरएन में जमकर मारपीट हुई। दरअसल घायलों को ले जाने पर सभी के परिजन अस्पताल पहुंचे थे। वहां जैसे ही विनोद व दुर्गेश को मृत घोषित किया गया, उनके परिजन आक्रोशित हो उठे। इसके बाद दोनों पक्ष आमने सामने हो गए। इसके बाद उनके पक्ष गालीगलौज और फिर मारपीट होने लगी। इससे अस्पताल में अफरातफरी मच गई किसी तरह पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग किया और इसके बाद मामला शांत हुआ। उधर दुर्गेश के परिजन व परिचित पोस्टमार्टम हाउस पर भी आक्रोशित दिखे। भीड़ को देखते हुए अफसरों ने पोस्टमार्टम हाउस का दरवाजा भी बंद करा दिया। तब जाकर स्थिति नियंत्रित हुई। उधर तनाव को दखते हुए एसआरएन ट्रामा सेंटर पर पीएसी भी तैनात कर दी गई।

रिपोर्टर

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